योगी सरकार प्रदेश के 7 मंडलायुक्त और 7 डीएम के खिलाफ कड़ा एक्शन ले सकती है। उन पर राजस्व वादों के निपटारे में लापरवाही और लेटलतीफी बरतने का आरोप है। एक समीक्षा बैठक के दौरान यह मामला सामने आया। सीएम ने संबंधित कमिश्नर और डीएम से इस सिलसिले में जवाब तलब किया है।
लखनऊ। योगी सरकार प्रदेश के 7 मंडलायुक्त और 7 डीएम के खिलाफ कड़ा एक्शन ले सकती है। उन पर राजस्व वादों के निपटारे में लापरवाही और लेटलतीफी बरतने का आरोप है। एक समीक्षा बैठक के दौरान यह मामला सामने आया। सीएम ने संबंधित कमिश्नर और डीएम से इस सिलसिले में जवाब तलब किया है। अब माना जा रहा है कि यदि अफसरों का जवाब संतोषजनक नहीं आया तो उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जा सकती है।
इन अफसरों से मांगा जवाब
अपर मुख्य सचिव राजस्व सुधीर गर्ग के अनुसार, सीएम योगी ने लम्बित राजस्व मामलों के निपटारे के लिए 60 दिन का विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिये थे। हर मंगलवार को शासन स्तर पर इसकी समीक्षा भी होती है। अक्टूबर महीने की समीक्षा में सामने आया कि प्रदेश के 7 कमिश्नर (वाराणसी, सहारनपुर, आजमगढ़, बस्ती, चित्रकूट धाम, अयोध्या, अलीगढ़) और 7 डीएम (बागपत, शामली, मुजफ्फरनगर, हापुड़, चित्रकूट, ललितपुर, अमरोहा) राजस्व मामलों के निपटारे में लापरवाही बरत रहे हैं। सीएम योगी ने उन अफसरों से जवाब मांगा है।
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