कांग्रेस को उद्धव के 'मातोश्री-2' में मनी लांड्रिंग की आशंका, उलझे सीएम ठाकरे

By Team MyNation  |  First Published Jul 11, 2020, 7:42 PM IST

कांग्रेस के नेता संजय निरुपम के सवालों के बाद उद्धव ठाकरे की मुश्किलें बढ़ गई हैं। क्योंकि निरूपम ने इसकी जांच ईडी से कराने की मांग की है।  निरूपम का कहना है कि जिस मूल्य पर जमीन खरीदी गई है। उसका जमीन का मौजूदा बाजार भाव सात गुना ज्यादा है।

मुंबई। महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पैतृक निवास मातोश्री के ठीक सामने मातोश्री-2 का निर्माण करा रहे हैं। यह नया घर मातोश्री के ठीक सामने राजधानी मुंबई के कलानगर में बनाया जा रहा है। लेकिन इस नए मकान को लेकर राज्य में विवाद शुरू हो गया है। इस जमीन को लेकर शिवसेना सरकार में शामिल कांग्रेस के नेता संजय निरूपम ने प्रवर्तन निदेशालय से जांच कराने की मांग की है।

निरूपम का कहना है कि उद्धव ठाकरे ने जमीन को महज 5.80 करोड़ रुपये राजभूषण दीक्षित से खरीदा है और दीक्षित अरबों रुपये के घोटाले में फंसी स्टर्लिंग बायोटेक का निदेशक था। इसके साथ ही निरुपम का कहना है कि जमीन काफी सस्ती कीमत पर खरीद गई है। हालांकि स्टर्लिंग बायोटेक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल से भी ईडी पूछताछ कर रही है।

फिलहाल ठाकरे का मातोश्री-2 विवादों में आ गया है। राज्य में शिवसेना सरकार की सहयोगी कांग्रेस के नेता संजय निरुपम ने मातोश्री-2 की जांच ईडी से कराने की मांग की है। निरूपम ने इसको लेकर कई तरह के सवाल उठाए हैं। हालांकि मामला गंभीर है। लिहारा निरूपम का कहना है कि इसकी जांच प्रवर्तन निदेशालय करे। निरूपम का कहना है कि उद्धव ठाकरे ने जिस
राजभूषण दीक्षित से इस जमीन को खरीदा है वह पहले ही आरोपित है और वह स्टर्लिंग बायोटेक कंपनी का निदेशक रह चुका है। स्टर्लिंग बायोटेक पर अरबों रुपये के घोटाले का आरोप है।

निरूपम ने इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया और उन्होंने कहा कि कलानगर में इतने सस्ते में प्लॉट मिलना मुश्किल है। जबकि उद्धव ठाकरे का दावा है कि प्लॉट को महज 5.80 करोड़ रुपये में खरीदा गया है।  असल में राज्य के सीएम उद्धव ठाकरे अपने पैतृक निवास मातोश्री के ठीक सामने मातोश्री-2 का निर्माण कर रहे हैं। यह जमीन ठाकरे ने महज 5.80
करोड़ रुपये में राजभूषण दीक्षित से खरीदी थी। वहीं अब महा विकास अघाड़ी सरकार में घटक दल कांग्रेस के नेता संजय निरुपम के सवालों के बाद उद्धव ठाकरे की मुश्किलें बढ़ गई हैं। क्योंकि निरूपम ने इसकी जांच ईडी से कराने की मांग की है।  निरूपम का कहना है कि जिस मूल्य पर जमीन खरीदी गई है।

उसका जमीन का मौजूदा बाजार भाव सात गुना ज्यादा है। उन्होंने कहा कि कलानगर में इस कीमत पर प्लॉट मिलना आसान नहीं है। लिहाजा संभवत चेक के अतिरिक्त नकदी के जरिए बड़ी रकम का भुगतान किया गया है। गौरतलब है कि स्टर्लिंग बायोटेक मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल से भी ईडी लगातार पूछताछ कर रही है और वहीं कांग्रेस नेता का उद्धव ठाकरे पर आरोप लगाने से राज्य में सीएम की मुश्किलें बढ़ी हुई है। हालांकि राज्य की सियासत में राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले संजय निरूपम किनारे हैं और वह लगातार राज्य सरकार पर हमलावर हो रहे हैं। पिछले दिनों उन्होंने कोरोना को लेकर राज्य सरकार को घेरा था।

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