मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस प्रियंका गांधी वाड्रा को राज्यसभा में भेजने की तैयारी में है। हालांकि अभी तक ये तय नहीं हुआ है कि प्रियंका गांधी किस राज्य से राज्यसभा में भेजा जाएगा। लेकिन अभी छत्तीसगढ़ कोटे से राज्यसभा भेजने की चर्चा चल रही है। हालांकि अप्रैल में छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश से भी सीटें खाली हो रही है और इसमें कांग्रेस के कई दिग्गज रिटायर हो रहे हैं।
नई दिल्ली। अप्रैल में राज्यसभा की 51 सीटें खाली हो रही हैं। इसमें कई सीटें कांग्रेस शासित राज्यों की खाली हो रही है और माना जा रहा है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को पार्टी राज्यसभा में भेज सकती है। असल में प्रियंका अभी तक किसी भी सदन की सदस्य नहीं है और कांग्रेस शासित राज्यों में कांग्रेस आसानी से प्रियंका को राज्यसभा में भेज सकती हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस प्रियंका गांधी वाड्रा को राज्यसभा में भेजने की तैयारी में है। हालांकि अभी तक ये तय नहीं हुआ है कि प्रियंका गांधी किस राज्य से राज्यसभा में भेजा जाएगा। लेकिन अभी छत्तीसगढ़ कोटे से राज्यसभा भेजने की चर्चा चल रही है। हालांकि अप्रैल में छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश से भी सीटें खाली हो रही है और इसमें कांग्रेस के कई दिग्गज रिटायर हो रहे हैं। लिहाजा प्रियंका के लिए सबसे छत्तीसगढ़ से राज्यसभा में भेजे जाने की चर्चा चल रही है।
कांग्रेस के मोतीलाल वोरा, दिग्विजय सिंह, कुमारी शैलजा, मधुसूदन मिस्त्री और हुसैन दलवई अप्रैल में रिटायर हो रहे हैं। वहीं मध्य प्रदेश से ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम चल रहा है। क्योंकि वह कांग्रेस आलाकमान से नाराज चल रहे थे और सोनिया गांधी से मुलाकात होने के बाद उन्हें राज्यसभा में भेजे जाने की चर्चा जोरों पर हैं। अप्रैल में कांग्रेस के 18 राज्यसभा सदस्य रिटायर हो रहे हैं, जबकि पार्टी 9 सदस्य ही भेज सकती है।
हालांकि पार्टी के एक नेता का कहना है कि पिछले दिनों प्रियंका गांधी से एसपीजी की सुरक्षा वापस लेकर सीआईएसएफ को दे दी गई थी। जिसके बाद प्रियंका को अपना बंगला खाली करना होगा। लेकिन प्रियंका के सांसद बन जाने के बाद उन्हें बंगला मिल सकता है। लिहाजा पार्टी उन्हें राज्यसभा में भेजने की तैयारी में है।
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत भी प्रियंका गांधी को राजस्थान से राज्यसभा भेजने के पक्ष में है। वहीं मध्य प्रदेश से कमलनाथ भी यही चाहते हैं। लेकिन एमपी से महज तीन ही नेताओं को राज्यसभा भेजा जा सकता है। हालांकि पार्टी का एक धड़ा प्रियंका के राज्यसभा में भेजे जाने के पक्ष में नहीं है।