पप्पू यादव पिछले लोकसभा चुनाव में राजद के प्रत्याशी के तौर पर मधेपुरा से जीत कर संसद में पहुंचे थे। लेकिन 2015 में लालू यादव से मतभेद होने के बाद उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण राजद से निष्कासित कर दिया गया था जिसके बाद पप्पू ने जन अधिकार पार्टी बनाई।
पटना-- जन अधिकार पार्टी प्रमुख एवं मधेपुरा से सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव की बिहार प्रदेश कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल के साथ कल देर रात हुई बैठक के बाद कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के बीच राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई।
पप्पू यादव ने पटना स्थित कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में गोहिल से मुलाकात की थी। बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए गोहिल ने इस मुलाकात को शिष्टाचार मुलाकात बताया था।
इस बीच, पप्पू यादव ने कहा कि उन्होंने गैर-गुजरातियों, विशेषकर गुजरात में बिहार के लोगों, पर हमलों और बिहार में व्याप्त राजनीतिक स्थिति के बारे में चर्चा की थी।
गौरतलब है कि पप्पू यादव की पत्नी रंजीत रंजन कांग्रेस सांसद हैं।
पप्पू यादव की गोहिल से मुलाकात को अगले लोकसभा चुनाव से जोड़ कर देखे जाने की अटकलों के बारे में पूछे जाने पर राजद विधायक और प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा कि महागठबंधन में राजद, कांग्रेस और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा सेक्युलर शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि किसी भी नए घटक को शामिल करने के संबंध में निर्णय अकेले कांग्रेस द्वारा नहीं लिया जा सकता है।
राजद प्रमुख लालू प्रसाद के पुत्र और बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने हाल ही में कहा था कि पप्पू यादव के लिए महागठबंधन में कोई जगह नहीं है।
उल्लेखनीय है कि पप्पू यादव पिछले लोकसभा चुनाव में राजद के प्रत्याशी के तौर पर मधेपुरा से जीत कर संसद में पहुंचे थे। लेकिन 2015 में लालू यादव से मतभेद होने के बाद उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण राजद से निष्कासित कर दिया गया था जिसके बाद पप्पू ने जन अधिकार पार्टी बनाई।