पिछले हफ्ते ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और गांधी परिवार के करीबी टाम वडक्कन ने पार्टी छोड़कर कांग्रेस को सकते में डाल दिया था। अब उत्तर प्रदेश से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी नेता के पार्टी छोड़ने की खबरें आ रही हैं।
पिछले हफ्ते ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और गांधी परिवार के करीबी टाम वडक्कन ने पार्टी छोड़कर कांग्रेस को सकते में डाल दिया था। अब उत्तर प्रदेश से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी नेता के पार्टी छोड़ने की खबरें आ रही हैं। यूपी की राजधानी लखनऊ में जोरों से अफवाह चल रही हैं कि कभी कांग्रेस के दिग्गज रहे जितेन्द्र प्रसाद के बेटे जतिन प्रसाद कांग्रेस को छोड़कर भाजपा का दामन थामने वाले हैं।
जतिन प्रसाद को राहुल गांधी का करीबी नेता माना जाता है। वह केन्द्र में मंत्री रहे हैं। अब ऐसा कहा जा रहा है कि जतिन प्रसाद भाजपा का दामन थामने वाले हैं। वह धौरहरा से सांसद रहे हैं और मूल रूप से शाहजहांपुर के रहने वाले हैं। जतिन प्रसाद पार्टी में उनकी उपेक्षा से नाराज बताये जा रहे हैं। प्रिंयका गांधी को पूर्वी उत्तर प्रदेश और ज्योतिरादित्य सिंधिया को पश्चिमी उत्तर प्रदेश का प्रभार देने और महासचिव नियुक्त करने के बाद प्रसाद पार्टी में किनारे चल रहे थे।
जबकि कुछ समय पहले पार्टी उन्हें प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने पर विचार कर रही थी। प्रसाद ब्राह्मण समाज से आते हैं। जतिन प्रसाद के पिता कांग्रेस के बड़े नेताओं में माने जाते थे और उन्होंने सोनिया गांधी के खिलाफ अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा था। ऐसा कहा जा रहा है कि जतिन प्रसाद आज शाम को दिल्ली में केन्द्रीय नेताओं की मौजूदगी में भाजपा का दामन थाम सकते हैं। जितिन प्रसाद धौरहरा सीट से दो बार सांसद रह चुके हैं। जतिन के पिता जितेंद्र प्रसाद भी पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के सलाहकार थे।
जितिन प्रसाद की गांधी परिवार से नजदीकियां भी हैं और ऐसे में उनका पार्टी छोड़ना कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। जतिन प्रसाद कार्यसमिति के सदस्य हैं और उसके बावजूद उसके पास राज्य में कोई पद नहीं है। इसके साथ ही हाल ही में कांग्रेस ने सीतापुर और लखीमपुर से दो मुस्लिम नेताओं को टिकट दिया है जबकि इसके लिए पार्टी ने उनसे पूछा तक नहीं था।