देश में चल रहे लॉकडाउन के बीच ही ज्यादातर राज्य शराब की दुकानें खोलने को लेकर तैयार है। हालांकि केन्द्र सरकार ने साफ कर दिया था कि शराब आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत नहीं आती और शराब की दुकानों को नहीं खोलना संभव नहीं है। लेकिन कई राज्य सरकारें अपने नुकसान को देखते हुए शराब की दुकानों को खोलने की मांग कर रही थी। अब राजस्थान में भी शराब की दुकानों को खोलने को लेकर सत्ताधारी कांग्रेस विधायक ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है।
जयपुर। कोरोना संकट के बीच शराब को लेकर राजनेता तरह तरह के बयान दे रहे हैं। अब राजस्थान के कांग्रेस ने बयान दिया है कि शराब पीने से कोरोना साफ होता है। कांग्रेस विधायक ने राज्य सरकार से राज्य में शराब की दुकानों को खोलने की मांग की है। विधायक के बयान के बाद विपक्षियों ने उन्हें और सरकार को घेरना शुरू कर दिया है।
देश में चल रहे लॉकडाउन के बीच ही ज्यादातर राज्य शराब की दुकानें खोलने को लेकर तैयार है। हालांकि केन्द्र सरकार ने साफ कर दिया था कि शराब आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत नहीं आती और शराब की दुकानों को नहीं खोलना संभव नहीं है। लेकिन कई राज्य सरकारें अपने नुकसान को देखते हुए शराब की दुकानों को खोलने की मांग कर रही थी। अब राजस्थान में भी शराब की दुकानों को खोलने को लेकर सत्ताधारी कांग्रेस विधायक ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है।
राजस्थान के कोटा की सांगोद विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक भारत सिंह कुंदनपुर ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर राज्य में शराब की दुकानों को खोलने की मांग की है। उन्होंने कहा कि राज्य में अवैध शराब का धंधा लॉकडाउन के कारण बढ़ गया है और इसमें लगाम लगाने के लिए राज्य में शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए। यही नहीं लॉकडाउन में शराबबंदी के दौरान राज्य सरकार के राजस्व में बड़ा नुकसान हो रहा है।
उन्होंने कहा कि शराब से कोरोना साफ होता है। अगर कोई शराब पीता है तो उसके गले से कोरोना खत्म हो जाता है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि जब एल्कोहल से हाथ थोने से कोरोना समाप्त हो सकता है तो शराब पीने से गले से भी वायरस समाप्त हो सकता है। लिहाजा सरकार को शराब की दुकानों खोल देना चाहिए। गौरतलब है कि देश के सभी राज्य शराब की दुकानों को खोलने के पक्ष में है। हालांकि लॉकडाउन -2 तीन को खत्म हो रहा है।