जम्मू कश्मीर से संबंधित धारा 370 हटाने का विरोध करना कांग्रेस पार्टी को भारी पड़ गया है। राज्यसभा में उसके चीफ व्हिप ने अपने दल के रवैये के विरोध में पार्टी छोड़ दी है। वहीं सपा के भी एक सांसद ने अपनी पार्टी छोड़ दी है।
नई दिल्ली: राज्यसभा में कांग्रेस का एक और विकेट गिर गया है। उसके सांसद भुबनेश्वर कलिता ने पार्टी छोड़ दी है। वह पार्टी के चीफ व्हिप थे। उनके उपर जिम्मेदारी थी कि मत विभाजन के दौरान वह कांग्रेस पक्ष के सांसदों को एकजुट रखते। लेकिन वह खुद ही पार्टी छोड़ गए हैं।
सोशल मीडिया पर कलिता का एक कथित पत्र वायरल हो रहा है। जिसमें लिखा हुआ है कि कि 'कांग्रेस ने मुझे कश्मीर मुद्दे पर व्हिप जारी करने को कहा है लेकिन सच्चाई यह है कि देश का मिजाज अब बदल चुका है और ये व्हिप जनभावना के खिलाफ है। जहां तक 370 की बात है तो खुद पंडित नेहरू ने कहा था कि एक दिन घिसते-घिसते यह पूरी तरह घिस जाएगा। आज की कांग्रेस की विचारधारा से लगता है की पार्टी आत्महत्या कर रही है और मैं इसका भागीदार नहीं बनना चाहता, इसलिए इस्तीफा दे रहा हूं।'
हालांकि इस पत्र की अभी आधिकारिक रुप से कोई पुष्टि नहीं हुई है। यह पत्र भुबनेश्वर कलिता का ही है, इसका कोई प्रमाण नहीं है।
लेकिन यह बिल्कुल सच है कि भुबनेश्वर कलिता ने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता छोड़ दी है। खबर आ रही है कि राज्यसभा में मतदान के दौरान कई और कांग्रेस सांसद अनुपस्थित रह सकते हैं। बताया जा रहा है कि कलिता जल्दी ही बीजेपी में शामिल हो सकते हैं।
पिछले कुछ दिनों में कई दूसरी पार्टियों के सांसदों ने भाजपा का दामन थाम लिया है। समाजवादी पार्टी के दो राज्यसभा सांसदों नीरज शेखर और सुरेंद्र नागर इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए हैं। असम से राज्यसभा लाए गए और गांधी परिवार के करीबी संजय सिंह ने भी पार्टी और सांसद पद दोनों से इस्तीफा दे कर बीजेपी के साथ हो लिए हैं।
सोमवार को ही समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सेठ ने भी इस्तीफा दे दिया है राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने दोनों सांसदों का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।