राहुल गांधी पिछले कई दिनों से केन्द्र सरकार और भाजपा के खिलाफ आक्रामक हैं और पार्टी के नेता इस बात की वकालत कर रहे हैं कि उन्हें फिर राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाए। इस रैली का आयोजन दिल्ली के रामलीला मैदान में किया जा रहा है। कांग्रेस का कहना है कि इस रैली जरिए वह मोदी सरकार की नीतियों और नाकामियों को जनता के सामने उजागर करेगी। माना जा रहा है कि कई दिनों से पार्टी के मंचों से दूर रहने वाली प्रियंका गांधी वाड्रा इस रैली में शामिल होंगी।
नई दिल्ली। केन्द्र सरकार की नीतियों के विरोध में दिल्ली में आज कांग्रेस की बड़ी रैली होने जा रही है। इस रैली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी,प्रियंका गांधी और मनमोहन सिंह समेत सभी बड़े नेता हिस्सा लेंगे। भारत बचाओ रैली के जरिए कांग्रेस एक बार फिर पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी स्थापित करने की तैयारी में है। राहुल गांधी पिछले कई दिनों से केन्द्र सरकार और भाजपा के खिलाफ आक्रामक हैं और पार्टी के नेता इस बात की वकालत कर रहे हैं कि उन्हें फिर राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाए।
इस रैली का आयोजन दिल्ली के रामलीला मैदान में किया जा रहा है। कांग्रेस का कहना है कि इस रैली जरिए वह मोदी सरकार की नीतियों और नाकामियों को जनता के सामने उजागर करेगी। माना जा रहा है कि कई दिनों से पार्टी के मंचों से दूर रहने वाली प्रियंका गांधी वाड्रा इस रैली में शामिल होंगी। पूरे दिल्ली को गांधी परिवार के कटआउट से पाटा गया है, इनमें कटआउट में सोनिया, राहुल और प्रियंका गांधी एक साथ दिख रहे हैं।
रैली को सफल बनाने के लिए दिल्ली के आसपास के राज्यों से कार्यकर्ताओं को दिल्ली लाया जा रहा है। आसपास के राज्यों को नेताओं की भीड़ एकत्रित करने की जिम्मेदारी गई है। रैली को सफल बनाने और रामलीला मैदान में व्यवस्था देने के लिए पार्टी के नेता अहमद पटेल, अशोक गहलोत, केसी वेणुगोपाल, मुकुल वासनिक और अविनाश पांडे समेत कई नेताओं ने शुक्रवार मैदान का दौरा किया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पार्टी एक बार फिर राहुल गांधी को स्थापित करने की तैयारी में है और इसके लिए माहौल तैयार किया जा रहा है।
पार्टी के ज्यादातर नेता चाहते हैं कि राहुल गांधी एक बार फिर पार्टी की कमान संभालें। रिपोर्ट के मुताबिक पिछले कई दिनों से राहुल गांधी केन्द्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद राहुल गांधी ने इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद सोनिया गांधी ने पार्टी की कमान संभाली।