‘खिसियानी कांग्रेस, अधिकारियों को धमकाए’

By Team MyNation  |  First Published Jan 25, 2019, 6:37 PM IST

अपने नेताओं के भ्रष्टाचार पर कार्रवाई होते देखकर कांग्रेस पार्टी बौखला गई है। उसके नेता अब सरकारी अधिकारियों को चुनाव के बाद देख लेने की धमकी देने लगे हैं। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा पर सीबीआई छापे से नाराज कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने बकायदा प्रेस कांफ्रेन्स करके चुनाव के बाद अधिकारियों को ‘दायरे में रहने’ की धमकी दी। 

हरियाणा में सीबीआई अधिकारियों ने हुड्डा के घर पर छापा क्या मारा कांग्रेस हत्थे से उखड़ गई। अपने नेताओं का भ्रष्टाचार उजागर होते देखकर कांग्रेसी बौखलाने लगे हैं। 

कांग्रेस प्रवक्ता आनंद शर्मा ने सीबीआई अधिकारियों को चेतावनी दी है कि वह संभलकर रहें क्योंकि कुछ ही दिनों में चुनाव होने वाले हैं। 
 
उन्होंने प्रेस कांफ्रेन्स करके बयान जारी किया कि ‘ब्यूरोक्रेट्स सुन लें, यह सरकार स्थायी नहीं है और आम चुनाव होने में अब कुछ ही हफ्ते बचे हैं इसलिए अपने दायरे में रहकर काम करें’। 

आनंद शर्मा ने हुड्डा के घर सीबीआई छापेमारी के महज  कुछ घंटे बाद ही  प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव नजदीक आते ही मोदी सरकार ने बदले की भावना से यह कार्रवाई की है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चेतावनी भरे लहजे में शर्मा ने कहा, 'सरकारी एजेंसियों को कानून के दायरे में रहकर काम करना चाहिए। चुनाव नजदीक हैं और यह सरकार बदलेगी।' उन्होंने यह भी कहा कि नई सरकार में हर उस संस्था और अधिकारी की जवाबदेही सुनिश्चित की जाएगी, जो नरेंद्र मोदी और अमित शाह के इशारे पर विरोधियों को निशाना बना रहे हैं। 

कांग्रेस नेता ने कहा, 'कोई संस्था ऐसी नहीं है जो मोदी और अमित शाह के हस्तक्षेप से बची हो। हम सरकारी एजेंसियों के दुरुपयोग से डरने वाले नहीं हैं।' 

Anand Sharma, Congress on raids on BS Hooda: Officials must hear this.Govts do not have any permanency.There are few weeks left for the general elections to begin. It is certain this govt is rattled, Prime Minister is staring at an imminent defeat, that’s why these actions. (1/2) pic.twitter.com/ZUAzKsKRrK

— ANI (@ANI)

शर्मा ने कहा, 'सुबह हुड्डा के यहां छापेमारी हुई है। हम उसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। यह बदले की भावना से किया गया है। सरकार की नीयत और नीति खराब है। चुनाव के नजदीक आने के साथ ही इस तरह की कोशिशें बढ़ती जा रहीं हैं।' उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री और बीजेपी यही संदेश देना चाहते हैं कि विपक्ष भयभीत होकर बैठ जाए।

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