तमिलनाडु में कोरोना संक्रमण से हालात खराब हैं। राज्य में रोज नए मामले सामने आ रहे हैं। राज्य में अब एक ही दिन में दो हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। जिसके बाद राज्य में कोरोना के मामले बढ़कर 50193 हो गए राज्य में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस के 2174 नए मामले दर्ज किए गए हैं और एक ही दिन में 48 लोगों की मौत हुई है।
नई दिल्ली। महाराष्ट्र के बाद सबसे ज्यादा मामले तमिलनाडु में सामने आ रहे हैं। राज्य में कोरोना के एक ही दिन में रिकॉर्ड 2,174 नए मामले सामने आए हैं। वहीं 48 मौतें कोरोना संक्रमण से हुई है। राज्य में कोरोना के मामले 50,000 पार हो गए हैं।
तमिलनाडु में कोरोना संक्रमण से हालात खराब हैं। राज्य में रोज नए मामले सामने आ रहे हैं। राज्य में अब एक ही दिन में दो हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। जिसके बाद राज्य में कोरोना के मामले बढ़कर 50193 हो गए राज्य में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस के 2174 नए मामले दर्ज किए गए हैं और एक ही दिन में 48 लोगों की मौत हुई है। राज्य में नए मामले सामने आने के बाद कुल मामले बढ़कर 50193 हो गए हैं वहीं मरने वालों की संख्या 576 तक पहुंच गई है।
राज्य में राजधानी कोरोना का बड़ा सेंटर बना हुआ है और कुल मामलों में से अकेले चेन्नई में 24 घंटे में 1276 नए कोरोना केस सामने आए हैं। वहीं राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य के मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने राजधानी और उसके आसपास के जिलों में इस महीने के आखिर तक फिर लॉकडाउन की घोषणा की थी।
राज्य सरकार के फैसले के मुताबिक चेन्नई, कांचीपुरम, चेंगलपट्टू और तिरुवल्लूर में फिर से सख्त लॉकडाउन लगाया गया है और ये लॉकडाउन 19 जून से 30 जून तक प्रभावी रहेगा। वहीं राज्य में बढ़ रहे कोरोना के मामले और राज्य सरकार की विफलता के बाद मद्रास उच्च न्यायालय ने 11 जून को तमिलनाडु सरकार से सवाल किया था कि वैश्विक महामारी को फैलने से रोकने के लिए राज्य सरकार ने अभी तक ठोस कदम क्यों नहीं उठाए और कुछ दिनों के लिए लॉकडाउन लागू क्यों न किया जाए। ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।