
भारत के मौसम विभाग ने बुधवार को कहा कि चक्रवात वायु की तीव्रता बहुत बढ़ चुकी है और अब इसने 'बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान' का रूप ले लिया है। मौसम विभाग ने यह भी कहा कि चक्रवात वायु गुजरात के वेरावल तट से गुजरने की उम्मीद है।
VSCS ‘VAYU’ over Eastcentral Arabian Sea is about 340 km nearly south of Veraval (Gujarat).
It is very likely to move nearly northwards and cross Gujarat coast between Porbandar and Mahuva around Veraval & Diu region as a Very Severe Cyclonic Storm in morning of 13th June 2019. pic.twitter.com/0Qqj4rqiai
चक्रवात वायु के गुरुवार सुबह को तटीय क्षेत्रों के भीतर पहुँचने के आसार हैं और उसकी तीव्रता भयानक होगी। मौसम विभाग के अनुसार तेजा हवाओं की गति 100 से अधिक प्रति घंटो की रफ़्तार से होगी जिसका असर गुजरात, महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों और कर्नाटक और केरल के कुछ हिस्सों में दिखेगा जिससे भारी वर्षा के साथ भूस्खलन होने की भी आशंका है।
गुजरात में निचले इलाकों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए जमीनी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। अनुमान है कि चक्रवात वायु के सीधे असर में आने वाले इलाकों से करीब तीन लाख लोगों को निकाला जाएगा और राज्य भर में 700 आश्रय गृह तैयार किए गए हैं। स्कूलों को 15 जून तक बंद घोषित कर दिया गया है, जबकि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की 26 टीमें - जिनमें से प्रत्येक टीम 45 कर्मियों के साथ है - को राहत अभियान चलाने के लिए तैनात किया गया है। गुजरात सरकार के अनुरोध पर NDRF की 10 अतिरिक्त टीमें भी तैनात की गई हैं।
गुजरात सरकार उड़ीसा सरकार से सीख ले रही है कि कैसे उड़ीसा सरकार ने अप्रैल में चक्रवात फानी के दौरान और उसके पहले राज्य में स्थिति को संभाला था। गुजरात के मुख्य सचिव जे एन सिंह के ओडिशा में अपने समकक्ष से बात करने की उम्मीद है।
गुजरात में तैयारियों की समीक्षा के लिए मंगलवार को गृह मंत्री अमित शाह ने एक उच्च स्तरीय बैठक की। गुजरात के साथ-साथ केंद्र शासित प्रदेश दमन दीव के लिए भी एक विस्तृत प्लान जारी किया गया, जिससे जान-माल के होने वाले नुकसान से बचाया जा सके।
राज्य प्रशासन ने भारतीय नौसेना, तटरक्षक और वायु सेना से भी अनुरोध किया है कि यदि आवश्यक हो तो बचाव और राहत कार्यों में सहायता करें। भारतीय सेना की 34 टीमों को पहले ही स्टैंडबाय पर रखा जा चुका है। आईएमडी ने तटीय क्षेत्रों में मछुआरों को चेतावनी जारी की है, जो कि ये तूफ़ान बेहद ही भीषण है और वो किसी भी तरह का कोई खतरा न लें - खासकर गुजरात और महाराष्ट्र समुद्र तट के पास।
चक्रवाती हवाओं के चलते पश्चिमी तट पर अगले 3-4 दिनों में चक्रवात वायु के कारण चीनी जहाजों ने भी भारतीय बंदरगाहों में शरण ली है। चक्रवात वायु के प्रकोप से बचने के लिए 10 चीनी जहाजों को रत्नागिरी बंदरगाह (महाराष्ट्र में) में शरण दी गयी है। मानवीय आधार पर, भारतीय तटरक्षक बल ने उन्हें सुरक्षा घेरा के तहत वहां रहने की अनुमति दी है, ”भारतीय तटरक्षक बल (ICG) के महानिरीक्षक, केआर सुरेश ने ANI को बताया।
वहीं राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल(NDRF) ने गुजरात के पोरबंदर के माधवपुर गाओं से लोगों को सुरक्षित स्थानों में ले जाना शुरू कर दिया है।
इंडियन एयर फ़ोर्स के विमान C-17 से NDRF की टीम जामनगर पहुँच रही है जहां वो बचाव कार्यो को तेजी से शुरू करेंगे।