डोनाल्ड ट्रंप की धमकी से खाड़ी में बढ़ा तनाव, कहा अगर ईरान लड़ा तो हो जाएगा तबाह

By Team MyNation  |  First Published May 20, 2019, 10:05 AM IST

 संयुक्त राष्ट्र ने दोनों पक्षों से इस मामले में संयम बरतने का की मांग की है। लेकिन ट्रंप का आक्रामक रूख अभी भी जारी है। ट्रंप ने कहा कि अगर ईरान अमेरिका के राष्ट्रीय हितों पर हमला करता है तो वह तबाह हो जाएगा। ट्रंप ने एक ट्विट के जरिए अपने आक्रामक रूख को सोशल मीडिया में जाहिर किया। ट्रंप ने लिखा है कि ‘अगर ईरान लड़ना चाहता है तो वह ईरान का आधिकारिक अंत होगा’।

अमेरिका और ईरान के बीच चल आ रही लड़ाई अब और तेज हो गयी है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को धमकी दी है कि अगर वह लड़ना चाहता है तो उसका अंत हो जाएगा। ट्रंप के इस बयान के बाद खाड़ी में तनाव और बढ़ गया है।

हालांकि संयुक्त राष्ट्र ने दोनों पक्षों से इस मामले में संयम बरतने का की मांग की है। लेकिन ट्रंप का आक्रामक रूख अभी भी जारी है। ट्रंप ने कहा कि अगर ईरान अमेरिका के राष्ट्रीय हितों पर हमला करता है तो वह तबाह हो जाएगा। ट्रंप ने एक ट्विट के जरिए अपने आक्रामक रूख को सोशल मीडिया में जाहिर किया। ट्रंप ने लिखा है कि ‘अगर ईरान लड़ना चाहता है तो वह ईरान का आधिकारिक अंत होगा’।

फिलहाल अमेरिका ने कुछ दिन पहले ही अपने युद्धपोत और लड़ाकू जहाजों को संयुक्‍त अरब अमीरात के फुजैराह में तैनात करने का आदेश दिया था। जिसके बाद दोनों देशों के बीच तल्‍खी और ज्यादा बढ़ गयी है। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही अमेरिका ने ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी कॉर्प्स को एक आतंकी समूह घोषित किया था जबकि अमेरिका पहले ही ईरान से तेल खरीदने पर प्रतिबंध लगा चुका है।

If Iran wants to fight, that will be the official end of Iran. Never threaten the United States again!

— Donald J. Trump (@realDonaldTrump)

जिसके कारण ईरान को आर्थिक नुकसान हो रहा है और उसकी अर्थव्यवस्था नीचे जा रहा रही है। जिसके कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेज की कीमतों में बढ़ोत्तरी होने की आशंका है। भारत ने ईरान से तेल खरीदना बंद कर दिया और अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए वह अन्य विकल्पों पर विचार कर रहा है।

ईरान के विदेश मंत्री मोहम्‍मद जवाद जरीफ ने किसी भी तरह के युद्ध की आशंकाओं को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि कि उन्हें नहीं लगता है कि तेहरान को युद्ध का सामना करना पड़ेगा और वह संघर्ष नहीं चाहता। बहरहाल अमेरिका के कड़े रूख को देखते हुए ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खमेनेई ने भी अमेरिकी सरकार से बातचीत न करने को कहा है।
 

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