चंदा और दीपक कोचर को ईडी ने किया तलब, धूत से भी होगी पूछताछ

आईसीआईसीआई बैंक और वीडियोकॉन लोन मामले में बैंक की पूर्व एमडी व सीईओ चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर को आज प्रवर्तन निदेशालय में तलब किया गया है। दोनों ही ईडी के दफ्तर पहुंच गए हैं। वहीं कल ईडी की टीम ने कोचर और वीडियोकॉन के मालिक वेणुगोपाल धूत के ठिकानों में छापा मारा था।

ED call to Chanda and depak kochar for interrogation, connection in money laundering case, Dhoot also summoned

नई दिल्ली।
आईसीआईसीआई बैंक और वीडियोकॉन लोन मामले में बैंक की पूर्व एमडी व सीईओ चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर को आज प्रवर्तन निदेशालय में तलब किया गया है। दोनों ही ईडी के दफ्तर पहुंच गए हैं। वहीं कल ईडी की टीम ने कोचर और वीडियोकॉन के मालिक वेणुगोपाल धूत के ठिकानों में छापा मारा था।

इस मामले में आज चंदा कोचर और दीपक कोचर प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय पहुंच गए हैं। दोनों को ही ईडी के मुंबई स्थित ऑफिस में तलब किया गया है। वहीं कोचर दंपत्ति के अलावा आज ही वीडियोकॉन के वेणुगोपाल धूत को भी पूछताछ के लिए बुलाया है। ईडी ने कुछ दिन पहले ही तीनों पर मामला दर्ज किया था और उससे पहले सीबीआई ने इन तीनों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। हालांकि इससे बाद कोचर दंपत्ति और धूत के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया था। कल ही मुंबई एवं अन्य जगहों पर कम से कम पांच कार्यालय और आवासीय परिसर में यह छापेमारी की गई थी।

उधर कल ही ईडी ने कहा था कि धूत और कोचर दंपत्ति के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत दर्ज मामले में मुंबई में कोचर और औरंगाबाद में धूत के कार्यालयों और आवासों पर तलाशी की गयी थी। गौरतलब है कि आईसीआईसीआई बैंक प्रमुख रहते हुए कोचर ने वीडियोकोन समूह को 3,250 करोड़ रुपये का लोन दिया था। इसके बाद इस लोन एनपीए घोषित कर दिया गया। अभी भी वीडियोकॉन ग्रुप ने इस लोन का करीब 2810 करोड़ रुपए अभी तक नहीं चुकाया है और इसे 2017 में इस लोन को एनपीए (नॉन परफॉर्मिंग असेट्स) में डाल दिया गया। जानकारी के मुताबिक वीडियोकॉन समूह के चेयरमैन वेणुगोपाल धूत के कोचर के पति दीपक कोचर के साथ बिजनेस संबंध हैं। क्योंकि वीडियोकॉन ग्रुप को कर्ज देने के बाद चंदा कोचर की कंपनी को कई करोड़ रुपए मिले थे। चंदा कोचर के पति दीपक कोचर पिनैकल एनर्जी ट्रस्ट को चला रहे हैं और इस कंपनी को वीडियोकॉन ग्रुप से पैसा मिला था।

प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में पिछले महीने सीबीआई द्वारा दर्ज शिकायत का संज्ञान लेते हुए मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून के तहत प्रवर्तन प्राथमिकी (ईसीआईआर) दाखिल की है। अधिकारियों ने कहा कि एजेंसी इस बात की भी जांच करेगी कि कहीं इस ऋण सौदे में की मंजूरी में कथित रिश्वत दी की रकम के शोधन के लिए उसका दागी सम्पत्तियों में निवेश तो नहीं किया गया है। ईडी जल्द ही आरोपियों को सम्मन जारी कर सकता है। इस मामले में सीबीआई ने धूत की कंपनी सुप्रीम एनर्जी और दीपक कोचर के नियंत्रण वाली न्यूपावर रीन्यूएबल पर भी मामला दायर किया गया है। आरोप है कि वीडियोकॉन के प्रमोटर धूत ने बैंक से ऋण मंजूर करवाने के लिए दीपक कोचर को निवेश के जरिए लाभ पहुंचाया।

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