उत्तर प्रदेश के ललितपुर में एक रिश्वतखोर क्लर्क को 10 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। यह क्लर्क शिक्षा विभाग का था और शिक्षकों से वसूली कर रहा थी।
ललितपुर : शिक्षकों से वार्षिक एग्रीमेंट के नाम पर पैसे लेने वाले बेसिक शिक्षा विभाग के लिपिक को झाँसी में एंटी करप्शन टीम द्वारा पकड़ लिया गया । उसके विरुद्व कोतवाली सदर में मामला दर्ज कर टीम आरोपित लिपिक को लखनऊ न्यायालय में ले जाने की तैयारी में लग गए हैं ।
आगरा निवासी प्रशांत सक्सेना ने बताया कि उसकी माँ ललितपुर के विकास खंड बिरधा के ग्राम मादौन के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में सहायक अध्यापिका के पद पर तैनात हैं । प्रशांत ने बताया कि उसकी माँ की नौकरी के 10 होने के बाद चयन वेतनमान के नाम पर कई महीनों से 15 हजार रुपये की मांग वेसिक शिक्षा विभाग में तैनात कनिष्ठ लिपिक रामशंकर द्वारा मांगे जा रहें थे ।
कई बार कार्यालय के चक्कर लगाए जाने के बावजूद बाबू द्वारा काम नहीं किया जा रहा था । जिसके बाद 10 हजार रुपये में काम करने की बात बाबू से हो गई थी । प्रशांत सक्सेना ने बाबू द्वारा रिश्वत मांगे जाने की शिकायत झाँसी स्थित भ्रष्टाचार निवारण संगठन में की थी ।
इसके बाद मंगलवार को जब प्रशांत सक्सेना दोपहर एक बजे बाबू को 10 हजार रुपये देने गया । तभी झाँसी आएं भ्रष्टाचार निवारण संगठन टीम के प्रभारी निरीक्षक सुरेन्द्र सिंह , निरीक्षक अम्बरीष कुमार, कंन्स्टेबिल दीपक सेंगर, क्रांति कुमार पांडे, राज बहादुर , मो इरसाद, चालक निरजंन सिंह ने बेसिक शिक्षा विभाग कार्यालय पहुंच कर बाबू रमाकांत को 10 हजार रुपये रिश्वत लेते दर दबोचा । पकड़े गए बाबू के विरुद्व मामला दर्ज कर लिया गया ।