जम्मू कश्मीर के बारामुला में सुरक्षा बलों और आतंकियों की मुठभेड़ में एक आतंकी ढ़ेर, एक एसपीओ शहीद

By Team MyNation  |  First Published Aug 21, 2019, 9:11 AM IST

जानकारी के मुताबिक एनकाउंटर में एक स्पेशल पुलिस ऑफिसर बिलाल शहीद हो गए हैं जबकि एक पुलिस अफसर घायल हुआ है और उनका इलाज आर्मी अस्पताल में चल रहा है। लेकिन सुरक्षा बलों ने अभी तक एक आतंकी को मार गिराया है। सुरक्षा बलों का कहना है कि एनकाउंटर पूरा हो गया है और मौके से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद हुए हैं। बारामुला में मंगलवार रात सुरक्षाबलों को आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। जिसके बाद पूरे इलाके को घिर लिया गया। सेन, अर्धसैनिक सुरक्षा बल और जम्मू कश्मीर पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन चला कर इस इलाके की घेराबंदी की। खुद को घिरता देख आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी। जिसके बाद से दोनों तरफ से गोलीबारी जारी है। वहां पर तीन आतंकी घिरे हुए हैं। 

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद आतंकी राज्य की शांति में व्यवधान की कोशिश में हैं। राज्य के बारामुला जिले में मंगलवार को पहली बार सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई। जिसमें तीन आतंकियों के घिरे होने की खबर है। दोनों तरफ से गोलीबारी चल रही है। जानकारी के मुताबिक एनकाउंटर में एक स्पेशल पुलिस ऑफिसर बिलाल शहीद हो गए हैं जबकि एक पुलिस अफसर घायल हुआ है और उनका इलाज आर्मी अस्पताल में चल रहा है। लेकिन सुरक्षा बलों ने अभी तक एक आतंकी को मार गिराया है। सुरक्षा बलों का कहना है कि एनकाउंटर पूरा हो गया है और मौके से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद हुए हैं।

बारामुला में मंगलवार रात सुरक्षाबलों को आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। जिसके बाद पूरे इलाके को घिर लिया गया। सेन, अर्धसैनिक सुरक्षा बल और जम्मू कश्मीर पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन चला कर इस इलाके की घेराबंदी की। खुद को घिरता देख आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी। जिसके बाद से दोनों तरफ से गोलीबारी जारी है। जानकारी के मुताबिक वहां पर तीन आतंकी घिरे हुए हैं।

गौरतलब है कि राज्य में अनुच्छेद 370 हटाए जाने से पहले ही राज्य में आतंकियों का सफाया किया जा चुका है और अभी कुछ आतंकी बचे हुए हैं। फिलहाल राज्य में आतंकियों का सफाया करने के निर्देश सुरक्षा बलों को दिए गए हैं। राज्य में अनुच्छेद 370 हटने के बाद आतंकियों पर बेहद सख्त शिकंजा कसा गया है। वह तिलमिला गए हैं। क्योंकि राज्य की जनता भी केन्द्र सरकार का साथ दे रही है। वहीं पाकिस्तान भारतीय सीमा में आतंकियों को भेजने के लिए लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है। 

उधर सुरक्षाबलों की सख्ती के कारण आतंकी अंडरग्राउंड हो गए हैं। लेकिन राज्य में सुरक्षा बलों द्वारा दी गई ढील के कारण आतंकी इसका फायदा उठाना चाहते हैं। जानकारी के मुताबिक इस वक्त घाटी में 300 आतंकी सक्रिय हैं।  

लेकिन 5 अगस्त के बाद इन आतंकियों का मनोबल गिर गया है क्योंकि आतंकी संगठनों तथा अलगाववादियों पर सुरक्षा बलों शिकंजा कसना शुरू कर दिया था। अभी राज्य के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल मौजूद हैं। केन्द्र सरकार की सख्ती कारण राज्य में पत्थरबाजी की घटना रूक गई हैं। क्योंकि इनके आकाओं को सरकार ने गिरफ्तार कर यूपी की जेलों में रखा है।

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