काउंटिंग के पहले बाबा बागेश्वर के शरण में पहुंची वसुंधरा राजे! वायरल हो रही ये तस्वीर

By Rajkumar UpadhyayaFirst Published Dec 1, 2023, 7:06 PM IST
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राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 की काउंटिंग 3 दिसम्बर को होनी है। नेताओं में घबराहट है। ऐसे में जब वसुंधरा राजे की बाबा बागेश्वर के साथ दिख रही तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी, तो लोग तस्वीर को चुनाव नतीजों से जोड़कर देखने लगें।

जयपुर। बागेश्वर धाम के महंत पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अक्सर चर्चा में रहते हैं। पर्ची निकालने के लिए मशहूर बाबा बागेश्वर के पास लोग अपनी—अपनी परेशानियों का हल पाने के लिए जाते हैं। आम आदमी से लेकर ब्यूरोक्रेट और दिग्गज नेता तक उनकी चौखट पर सिर झुकाते हैं। अब वह राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर सुर्खियो मे हैं। बताया जा रहा है कि उनके दरवाजे पर नेताओ की लाइन लगी है ऐसी ही एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जिसमें पूर्व सीएम वसुंधरा राजे अपने बेटे दुष्यंत के साथ दिख रही हैं। इस तस्वीर ने राजनीतिक गलियारे में हलचल मचा दी है। 

काउंटिंग से पहले वायरल हुई तस्वीर

राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 की काउंटिंग 3 दिसम्बर को होनी है। इसको लेकर नेताओं की धड़कने बढ़ी हुई हैं। खासकर सीएम बनने की लाइन में लगे नेताओं में ज्यादा घबराहट है। ऐसे में जब वसुंधरा राजे की बाबा बागेश्वर के साथ दिख रही तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी, तो लोग तस्वीर को चुनाव नतीजों से जोड़कर देखने लगें। हालांकि अभी यह पुष्टि नहीं हो पाई है कि यह तस्वीर किस समय की है। 

बाबा बागेश्वर धाम की बताई जा रही तस्वीर

बहरहाल, सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर बाबा बागेश्वर धाम की बताई जा रही है। जिसमें पंडित धीरेंद्र शास्त्री एक सोफा पर बैठे हुए नजर आ रहे हैं। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और उनके बेटे पास ही जमीन पर बैठे हुए दिख रहे हैं। तस्वीर में मौजूद नेतागण पंडित धीरेंद्र शास्त्री से बात करते नजर आ रहे हैं। मतगणना से पहले वायरल हो रही इस तस्वीर में एक अन्य नेता भी दिख रहे हैं। जिनका चेहरा नजर नहीं आ रहा है। 

नतीजे बीजेपी के पक्ष में आएं तो सीएम बनने की रेस में वसुंधरा भी

आपको बता दें कि यदि राजस्थान चुनाव के नतीजे बीजेपी के पक्ष में आते हैं तो पूर्व सीएम वसुंधरा राजे एक बार फिर सीएम बनने की रेस में सबसे आगे रहेंगी। हालांकि उनके सीएम बनने को लेकर संशय जताया जा रहा है, क्योंकि टिकट बंटवारे में उनके कई करीबियों को टिकट नहीं दिया गया। यहां तक चर्चा रही कि बीजेपी प्रदेश में उनका कद कम कर रही है। अब इसमें कितनी सच्चाई है। यह आने वाले दिनों में साफ हो सकेगा।

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