माय नेशन एक्सक्लूसिव: पीएम आवास योजना के लाभार्थियों से प्रधानमंत्री की बात का पहला वीडियो

माय नेशन एक्सक्लूसिव: पीएम आवास योजना के लाभार्थियों से प्रधानमंत्री की बात का पहला वीडियो

Siddhartha Rai |  
Published : Jul 30, 2018, 06:55 PM IST

हम पढ़ते हैं कि देश की आजादी के लिए कितना संधर्ष करना पड़ा। कितनी कुर्बानियां देनी पड़ी तब जाकर हमे आजादी मिली। उन सब को याद करके हम चाहते हैं कि 2022 तक भारत कोई भी गरीब ना हो और सबके पास अपना घर हो। आप लोग भी अपने गांव के लोगों को बताइए की बेटी को पढ़ाना है। हमें उसके लिए पैसे बचा कर बैंक में रखना है नहीं तो कुछ लोग उसका सोना खरीद लेते हैं। आपके पास जितना भी पैसा बचता हो चाहे वह रकम कितनी भी छोटी हो 5 रुपया या 10 रुपया उसे बचाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने पूछा अच्छे मकान बने, लोगों ने एक स्वर में बोला हां बने है। अब जब मकान नए बन गए हैं, नए घरों में खिड़की है तो अच्छे से रखते हो (हाथ से इशारा कर मोदी ने पूछा सामान नहीं फेकते), जी रखते हैं महिलाओं ने कहा। बच्चों की ट्रेनिंग ठीक की है, इधर उधर सामान तो नहीं फेंकते। अब सफाई करने में आसानी होती है, महिलाओं ने कहा हां।
आप कहां से हैं?
आप कहाँ से हैं? छत्तीसगढ़ रायपुर से। हम बहुत गरीब हैं। पहले छप्पर डालने के भी पैसे नहीं होते थे। पानी टपकता था, तो हाथ से निकालना पड़ता था घर से। कभी सोचा भी नहीं था कि ऐसे घर में रह पाएंगे, भगवान की कृपा से आपने घर बनवा दिया ।
बच्चे हैं?, पढ़ते हैं?
हां, तीन छोटी-छोटी पोतियां हैं, सभी पढ़ती हैं। अपना रूम बना लिया है। साफ़ करती हैं, पोंछा लगा कर।    

हम पढ़ते हैं कि देश की आजादी के लिए कितना संधर्ष करना पड़ा। कितनी कुर्बानियां देनी पड़ी तब जाकर हमे आजादी मिली। उन सब को याद करके हम चाहते हैं कि 2022 तक भारत कोई भी गरीब ना हो और सबके पास अपना घर हो। आप लोग भी अपने गांव के लोगों को बताइए की बेटी को पढ़ाना है। हमें उसके लिए पैसे बचा कर बैंक में रखना है नहीं तो कुछ लोग उसका सोना खरीद लेते हैं। आपके पास जितना भी पैसा बचता हो चाहे वह रकम कितनी भी छोटी हो 5 रुपया या 10 रुपया उसे बचाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने पूछा अच्छे मकान बने, लोगों ने एक स्वर में बोला हां बने है। अब जब मकान नए बन गए हैं, नए घरों में खिड़की है तो अच्छे से रखते हो (हाथ से इशारा कर मोदी ने पूछा सामान नहीं फेकते), जी रखते हैं महिलाओं ने कहा। बच्चों की ट्रेनिंग ठीक की है, इधर उधर सामान तो नहीं फेंकते। अब सफाई करने में आसानी होती है, महिलाओं ने कहा।
आप कहां से हैं?
आप कहाँ से हैं? छत्तीसगढ़ रायपुर से। हम बहुत गरीब हैं। पहले छप्पर डालने के भी पैसे नहीं होते थे। पानी टपकता था, तो हाथ से निकालना पड़ता था घर से। कभी सोचा भी नहीं था कि ऐसे घर में रह पाएंगे, भगवान की कृपा से आपने घर बनवा दिया ।
बच्चे हैं?, पढ़ते हैं?
हां, तीन छोटी-छोटी पोतियां हैं, सभी पढ़ती हैं। अपना रूम बना लिया है। साफ़ करती हैं, पोंछा लगा कर।    

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