ये आपको सावधान करने वाली खबर है। आप भी ऐसी गलती मत कीजिएगा, जैसी कि गाजियाबाद के विजयनगर इलाके के रहने वाले एक परिवार ने की। चरण सिंह कॉलोनी में रहने वाले 15 साल के लड़के को एक कुत्ते ने काट लिया। डॉगी की मालकिन पर लड़के के परिवार वालों से कहा कि कुत्ते को इंजेक्शन लगा है। पर तीन दिन पहले लड़के में रेबीज के लक्षण उभरने लगे।
गाजियाबाद। ये आपको सावधान करने वाली खबर है। आप भी ऐसी गलती मत कीजिएगा, जैसी कि गाजियाबाद के विजयनगर इलाके के रहने वाले एक परिवार ने की। चरण सिंह कॉलोनी में रहने वाले 15 साल के लड़के को एक कुत्ते ने काट लिया। डॉग की मालकिन ने लड़के के परिवार वालों से कहा कि कुत्ते को इंजेक्शन लगा है। पर तीन दिन पहले लड़के में रेबीज के लक्षण उभरने लगे। परिवार ने उसे कई अस्पतालों में दिखाया। पर राहत नहीं मिली, सोमवार को घर आते समय रास्ते में ही लड़के ने दम तोड़ दिया।
कुत्तों को नहीं लगावाया था इंजेक्शन
चरण सिंह कॉलोनी के रहने वाले मतलूब ने इस प्रकरण में रिपोर्ट दर्ज कराई है। उनका कहना है कि उनके पड़ोसी सुनीता ने 6 से 7 डॉग पाल रखे हैं और उन डॉगी को किसी भी तरह का इंजेक्शन भी नहीं लगवाया है। कुत्तों को गली में खुला छोड़कर रखती है। उन्हें खाना भी नहीं देती है। जिसकी वजह से कुत्ते आए दिन पड़ोसियों के बच्चों को काटने के लिए दौड़ते हैं। इस बारे में शिकायत करने पर उनके बेटे आकाश और बेटी शिवानी गुस्सा होते हैं। एक महिला जो खुद को कुत्ते पालने वाली संस्था की प्रेसिडेंट बताती है, सुनीता और उसके परिवार को बचाती है।
कहा-कुत्तों को लगा है टीका
उनका कहना है कि करीबन महीने भर पहले उनके पोते सावेज को सुनीता के पाले गए कुत्ते ने काट लिया। गली के लोगों और उनके बेटे याकूब ने इसकी शिकायत सुनीता से की तो उसने जानकारी दी कि सभी कुत्तों को टीका लगा है। यह भी कहा था कि आप लोग निश्चिंत रहिए। सुनीता के यह कहने के बाद लड़के का परिवार निश्चिंत हो गया। पर 15 वर्षीय लड़के में रेबीज के लक्षण दिखाई देने लगे। बहरहाल, पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच के बाद कार्रवाई की बात कह रही है।
15 वर्षीय किशोर की रेबीज से हो गई मौत
बुलंदशहर के ताजपुर गांव के रहने वाले याकूब, पत्नी नूरबानो और चार बच्चों के साथ 3 साल से यहां रह रहे हैं। जानकारी के अनुसार, उनके बड़े बेटे शावेज को तीन दिन पहले एकाएक बुखार हुआ। किशोर में पानी से डरने जैसे अजीब लक्षण दिखें। पहले परिवार ने इसे बुरी नजर समझा और झाड़ फूंक कराई। पर लड़के को कुत्ते के काटने की वजह से रेबीज हो चुका था। जब तक परिवार वाले इस बात को समझ पाते। तब तक बहुत देर हो चुकी थी। आखिरकार बच्चे की जान नहीं बचाई जा सकी। अस्पताल से घर आते समय रास्तें में ही एम्बुलेंस में किशोर की मौत हो गई।