गहलोत सरकार का एक साल पूरा:पोस्टरों में छाए गहलोत, पायलट गायब

By Team MyNationFirst Published Dec 19, 2019, 10:22 PM IST
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दो दिन पहले ही राज्य की अशोक गहलोत सरकार ने एक साल पूरा किया है। राज्य सरकार के एक साल पूरा होने पर राज्य के सभी विभागों से लेखा जोखा मांगा गया और उसे जनता के बीच प्रचारित किया। अशोक गहलोत सरकार ने एक साल पूरा होने पर मीडिया से बातचीत की। हालांकि इस पत्रकारवार्ता में मुख्यमंत्री ने मीडिया को आड़े लेते हुए कहा कि मीडिया राज्य सरकार की उपलब्धियों को प्रचारित नहीं कर रहे हैं और सरकार की नकारात्मक छवि पेश कर रहे हैं। 

-मीडिया को दी गई मीठी झिड़की पर गहलोत पर पायलट ने किया परोक्ष हमला

जयपुर। राजस्थान में अशोक गहतोत की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार का एक साल पूरा हो गया है। राज्य भर में बैनर होर्डिंग और मीडिया में प्रसारित विज्ञापनों के जरिए राज्य सरकार की  उपलब्धियों को गिनाया जा रहा है। लेकिन दिलचस्प ये है कि राज्य सरकार के इन विज्ञापनों में मुख्यमंत्री तो छाए हुए हैं लेकिन उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सचिव पायलट नदारद हैं। यही नहीं इसके लिए आयोजित किए गए कार्यक्रमों से भी पायलट गायब रहे। जिससे गहलोत और पायलट के बीच चली आ रही लड़ाई एक बार फिर जनता के सामने आ गई है।

दो दिन पहले ही राज्य की अशोक गहलोत सरकार ने एक साल पूरा किया है। राज्य सरकार के एक साल पूरा होने पर राज्य के सभी विभागों से लेखा जोखा मांगा गया और उसे जनता के बीच प्रचारित किया। अशोक गहलोत सरकार ने एक साल पूरा होने पर मीडिया से बातचीत की। हालांकि इस पत्रकारवार्ता में मुख्यमंत्री ने मीडिया को आड़े लेते हुए कहा कि मीडिया राज्य सरकार की उपलब्धियों को प्रचारित नहीं कर रहे हैं और सरकार की नकारात्मक छवि पेश कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जो सरकारी खबरों को प्रचारित करेंगे उन्हें विज्ञापन दिया जाएगा। हालांकि सरकार की एक साल की उपलब्धि में आयोजित किए कार्यक्रमों के बैनर पोस्टर में राज्य के सीएम अशोक गहलोत की ही तस्वीरें है। जबकि राज्य के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट इन तस्वीरों से नदारद हैं। यही नहीं राज्य सरकार के कार्यक्रमों में भी पायलट गायब रहे। इससे गहलोत और पायलट के बीच रिश्तों में तल्खी आसानी से देखी जा सकती है। पायलट काफी अरसे से सार्वजनिक मंचों से गायब हैं।

उधर आज राजधानी जयपुर में सचिन पायलट ने भी पत्रकारों से बातचीत की। पालयट ने अशोक गहलोत के दो दिन पहले दिन गए बयान पर परोक्ष हमला करते हुए कहा कि मीडिया की आजादी को रोकना नहीं और आजादी से लिखना मीडिया का अधिकार है। उन्होंने कहा कि मीडिया की आजादी एक दल, एक सरकार और एक व्यक्ति तक सीमित नहीं है।
 

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