आगामी लोकसभा के चुनाव के लिए मार्च के दूसरे हफ्ते में बिगुल बज सकता है। इसके लिए चुनाव आयोग ने तैयारियां कर ली हैं। वहीं राजनैतिक दलों ने भी कमर कस ली है।
आगामी लोकसभा के चुनाव के लिए मार्च के दूसरे हफ्ते में बिगुल बज सकता है। इसके लिए चुनाव आयोग ने तैयारियां कर ली हैं। वहीं राजनैतिक दलों ने भी कमर कस ली है। चुनाव आयोग ने सभी राज्यों से चुनाव से पहले अफसरों के तबादले कराने के लिए कह दिया। क्योंकि चुनाव घोषित होने के बाद तबादलों के लिए चुनाव आयोग से मंजूरी लेनी होगी।
वर्तमान मोदी सरकार का कार्यकाल मई में खत्म हो रहा है। इसके लिए चुनाव को अगले दो महीने में चुनाव कराने हैं। लिहाजा अब आम चुनाव में अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है। ऐसा माना जा रहा है कि केन्द्र सरकार मार्च के दूसरे सप्ताह में चुनावों की घोषणा कर सकती है। चुनाव आयोग ने इसके लिए तैयारियां कर ली हैं। केन्द्र की मोदी सरकार ने 6 मार्च को कैबिनेट की बैठक बुलाई है। जो सामान्यत मोदी सरकार की अंतिम कैबिनेट बैठक होगी। इसमें अहम फैसले ले लेकर सरकार चुनावों की घोषणा करेगी। । इस कैबिनेट में सभी मंत्री हिस्सा लेंगे और अभी तक कार्यों की प्रगति रिपोर्ट मोदी के सामने रखी जाएगी।
कैबिनेट की बैठक से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभी राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ बैठक करेंगे। जिसमें देश में चल रहे विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा करेंगे। ये बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हो सकती है। क्योंकि मोदी सरकार खर्च बचाने के लिए विभिन्न राज्यों के अफसरों के साथ ज्यादातर बैठकें वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए ही करती है। उधर चुनाव आयोग ने सभी राज्यों से तमाम प्रशासनिक तैयारियां और तबादले 28 फरवरी तक करने को कहा है। क्योंकि इस तिथि के बाद राज्य सरकारें तबादलें नहीं कर पाएंगी। नियमों के मुताबिक 3 जून से पहले नई लोकसभा का गठन होना है। वहीं ऐसा कहा जा रहा है जम्मू कश्मीर के हालत देखते हुए वहां पर विधानसभा चुनाव नहीं कराए जाएंगे। वहां पर राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है।