सोना तस्करी कांड, सीएम की करीबी आईएएस अफसर पर गिरी गाज

By Team MyNation  |  First Published Jul 9, 2020, 10:06 AM IST

राज्य की सियासत में सोना तस्करी कांड से भूचाल आया हुआ है और ये मामला तब और ज्यादा गंभीर हो गया है। जब इस मामले में विजयन कार्यालय में तैनात इस आईएएस अधिकारी का नाम सामने आया। इस अफसर पर सोना तस्करी कांड में आरोपियों का बचाने का आरोप लगा है। लिहाजा राज्य सरकार ने फिलहाल अफसर को हटा दिया है।

नई दिल्ली। केरल तीस किलोग्राम सोना तस्करी कांड में अब इसकी आग राज्य की सत्ताधारी पिनराई विजयन सरकार तक पहुंच गई है। क्योंकि इस कांड में सीएम कार्यालय में तैनात सीएम की करीबी अफसरा का नाम सामने आया है. फिलहाल सीएम कार्यालय में तैनात आईएएस अधिकारी को हटा दिया गया है। लेकिन इस अफसर पर दोषियों को बचाने का आरोप है।

राज्य की सियासत में सोना तस्करी कांड से भूचाल आया हुआ है और ये मामला तब और ज्यादा गंभीर हो गया है। जब इस मामले में विजयन कार्यालय में तैनात इस आईएएस अधिकारी का नाम सामने आया। इस अफसर पर सोना तस्करी कांड में आरोपियों का बचाने का आरोप लगा है। लिहाजा राज्य सरकार ने फिलहाल अफसर को हटा दिया है। लेकिन राज्य सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है। इस मामले पर अब विपक्ष द्वारा सीएम विजयन पर भी आरोप लगाए जा रहे हैं और सवाल पूछे जा रहे हैं। हालांकि सीएम विजयन ने आरोपों को सिरे से नकार दिया है।

गौरतलब है कि कस्टम ड्यूटी डिपार्टमेंट ने  4 जुलाई को एयरपोर्ट से 30 किलो सोना जब्त किया। ये सोना राज्य सरकार के एक अफसर के पास से पकड़ा गया था। फिलहाल कस्टम ड्यूटी टीम इसकी जांच कर रही है और टीम का कहना है कि 15 करोड़ रुपये का सोना जब्त किये जाने के इसका पता लगाया जा रहा कि किस अनधिकृत लोग कार्गो को मंजूरी देने में शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक एयर कार्गो में डिप्लोमेटिक बैग से सोना की तस्करी की गई और इस मामले में आरोपी सहित यूएई में तिरुवनंतपुरम के पूर्व जनसंपर्क अधिकारी सरित कुमार को गिरफ्तार किया गया है।

फिलहाल कुमार को 14 दिनों के लिए रिमांड पर लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है। वहीं माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में इस तस्करी कांड में कई बड़े लोगों के नाम सामने आ सकते हैं। फिलहाल सोने के बैग को अपना बताने वाली एक महिला स्वप्ना सुरेश की जांच की जा रही है। स्वप्ना सुरेश यूएई वाणिज्य दूतावास की एक पूर्व कर्मचारी भी रह चुकी है और इस वक्त राज्य सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के तहत आने वाली कंपनी में पीआरओ पद पर कार्यरत थी।

 वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रमेश चेन्नितला ने कहा कि राज्य में मुख्यमंत्री कार्यालय ‘अपराधियों और भ्रष्टाचार का अड्डा’ बन गया है और इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए। जबकि राज्य के भाजपा के प्रमुख सुरेंद्रन का कहना है कि इस बात की भी जांच होनी चाहिए कि कस्टम ड्यूटी अधिकारियों को इस जब्ती के बाद सीएम कार्यालय से फोन आया था, वह किसका था।

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