फिलहाल दिल्ली, मुंबई और चेन्नई में कोरोना संक्रमण के मामलों में गिरावट आयी है और ये दर्शाती है कि देश के तीन बड़े शहरों में कोरोना का कहर थमने की राह पर है। हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि अगर लापरवाही की गई तो संक्रमण फिर से बढ़ सकता है।
नई दिल्ली। देश में जहां कोरोना का कहर जारी है वहीं इसी बीच राहत की खबर आ रही है। देश में रोजानाहो कोरोना वायरस का संक्रमण के 50 हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 52, 972 नए मामले दर्ज हुए हैं वहीं इस दौरान 771 मरीजों की मौत हुई है। लेकिन राहत की बात ये है कि देश के तीन मेट्रो शहर दिल्ली, मुंबई और चेन्नई में कोरोना के मामलों में कमी आ रही है।
फिलहाल दिल्ली, मुंबई और चेन्नई में कोरोना संक्रमण के मामलों में गिरावट आयी है और ये दर्शाती है कि देश के तीन बड़े शहरों में कोरोना का कहर थमने की राह पर है। हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि अगर लापरवाही की गई तो संक्रमण फिर से बढ़ सकता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में आर वैल्यू 0.66, मुंबई में 0.81 और चेन्नई में 0.86 है जबकि राष्ट्रीय औसत 1.16 से काफी कम है। विशेषज्ञों के मुताबिक आर-वैल्यू के तहत एक संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आकर औसतन संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या आंकी जाती है। फिलहाल देश में सबसे ज्यादा आर-वैल्यू 1.48 आंध्र प्रदेश की है जबकि दिल्ली की आर-वैल्यू 0.66 है। विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली के आर-वैल्यू के मुताबिक दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमित 100 लोगों में से 60 लोगों में ये संक्रमण फैल सकता है।
इन मेट्रो शहर में आर-वैल्यू का कम होना ये दर्शाता है कि इन शहरों में कोरोना संक्रमण का मौजूदा कहर थम रहा है और अगर कारगर उपाए किए गए तो आने वाले दिनों में इस माहमारी से निजात मिल सकीत है। उनका कहना है कि अभी तक मुंबई और दिल्ली के करीब 40 फीसदी या इससे ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि देश में फिलहाल जारी पाबंदियों को लागू रखना चाहिए और सावधानी नहीं छोड़नी चाहिए।