अमेरिका में इस हफ्ते नफरत के चलते अपराध का नया मालमा सामने आया है. कैलिफोर्निया की पुलिस ने दावा किया है कि इस हफ्ते मंगलवार को एक ड्राइवर ने भीड़ पर गाड़ी चढ़ा दी थी. पुलिस ने दावा किया है कि ड्राइवर ने जानबूझ कर ऐसा किया. गाड़ी चला रहे व्यक्ति को लगा कि भीड़ में कुछ मुसलमान हैं और नफरत में उसने भीड़ पर गाड़ी दौड़ा दी।
अमेरिका में इस हफ्ते नफरत के चलते अपराध का नया मालमा सामने आया है. कैलिफोर्निया की पुलिस ने दावा किया है कि इस हफ्ते मंगलवार को एक ड्राइवर ने भीड़ पर गाड़ी चढ़ा दी थी. पुलिस ने दावा किया है कि ड्राइवर ने जानबूझ कर ऐसा किया. गाड़ी चला रहे व्यक्ति को लगा कि भीड़ में कुछ मुसलमान हैं और नफरत में उसने भीड़ पर गाड़ी दौड़ा दी।
अमेरिका में सैन फ्रांसिस्को के पास सनीवेल की पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि चालक की पहचान 34 साल इसाहिया पीपल्स के तौर पर हुई है। उसने परिवार को कथित रूप से उनके हुलिए के आधार पर निशाना बनाया।
पुलिस इस मामले की तहकीकात ‘घृणित अपराध’ के तौर पर कर रही है।
सनीवेल सार्वजनिक सुरक्षा ने एक बयान में कहा कि इस बात के सबूत हैं कि पीपल्स ने पीड़ितों को उनकी नस्ल और आस्था के कारण निशाना बनाया। उसका मानना था कि वे मुस्लिम हैं। पुलिस का दावा है कि इस तरह किसी धर्म और रंग को ध्यान में रखते हुए अपराध करने की घटना बेहद गंभीर है.
स्थानीय मीडिया के मुताबिक, मंगलवार को हुई घटना में जख्मी हुए आठ राहगीरों में से तीन एक ही परिवार के सदस्य हैं। उनमें एक शख्स और उनका बेटा एवं बेटी शामिल हैं।
परिवार का ताल्लुक किस देश और मजहब से है, यह नहीं बताया गया है।
पीपल्स के वकील ने कहा कि यह घटना स्पष्ट रूप से मानसिक विकार का नतीजा है। वह अपने मुव्वकिल के लिए मनोविकृति संबंधी इलाज की मांग करेंगे। उन्होंने बताया कि उनका मुव्वकिल सेना का पूर्व कर्मी है।