कड़ी सुरक्षा के बीच जारी है अमरनाथ यात्रा, यात्रियों को दिए जा रहे हैं बार कोड, यात्रा मार्ग पर निजी वाहनों पर लगी रोक

By Team MyNation  |  First Published Jul 2, 2019, 12:31 PM IST

इस बार की अमरनाथ पवित्र गुफा की यात्रा सुरक्षा बलों की कड़ी निगरानी में हो रही है। आज कड़ी सुरक्षा के बीच और 6 हजार दर्शनार्थी पवित्र गुफा के लिए निकल गए हैं। यात्रियों को जम्मू कश्मीर के बालटाल बेस कैंप से बार कोड वाली पर्चियां दी जा रही हैं। वहीं यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए निजी वाहन चलाने पर रोक लगा दी गई है। 
 

जम्मू: हर साल की भांति इस साल भी भारी संख्या में श्रद्धालु पवित्र अमरनाथ गुफा की यात्रा के लिए निकल चुके हैं। आज जम्मू के कड़ी सुरक्षा के बीच 6,000 श्रद्धालु अमरनाथ के लिए रवाना हुए हैं। इससे पहले तीर्थयात्रा के पहले दिन यानी सोमवार को 8,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा मंदिर में बाबा बर्फानी की पूजा की। 
 
पुलिस सूत्रों ने जानकारी दी है कि कुल 2,239 श्रद्धालुओं का काफिला भगवती नगर यात्री निवास से भोर में 3.05 बजे बालटाल बेस कैंप के लिए रवाना हुआ। इसके बाद 4.25 बजे 3,670 श्रद्धालुओं का दूसरा काफिला पहलगाम कैंप के लिए रवाना हुए। इन दोनों काफिलों के साथ सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई है।  

यात्रा के पहले सोमवार यानी कल 1 जुलाई को 8,403 श्रद्धालु अमरनाथ की पवित्र गुफा में भोलेनाथ के दर्शन कर चुके हैं। यह यात्रा 15 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा के दिन संपन्न होगी। 

इस बार अमरनाथ गुफा के दर्शनार्थियों को जम्मू-कश्मीर के बालटाल बेस कैंप में कंप्यूटराइज्ड बारकोड वाली पर्ची दी जा रही है। जिससे कि गुफा तक जाने और वहां से आने वाले लोगों की वास्तविक संख्या पर नजर रखी जा सके। 

Baltal: Authorities have started to issue a 'barcode-enabled' authority slip to pilgrims to keep a track of the actual number of people travelling to, and from the cave shrine. pic.twitter.com/IHIhnugaLZ

— ANI (@ANI)

इसके अलावा जम्‍मू-कश्‍मीर प्रशासन ने अमरनाथ यात्रा को देखते हुए काजीगुंड और नशरी के बीच 46 दिन के लिए निजी वाहनों के चलने पर रोक लगा दी है। लगभग 97 किलोमीटर लंबा यह मार्ग जम्‍मू को श्रीनगर से जोड़ता है। जम्‍मू-कश्‍मीर ट्रैफिक पुलिस ने आदेश जारी करते हुए कहा था कि यात्रा के दौरान हाइवे के इस हिस्‍से पर सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक केवल वही वाहन चल सकेंगे जो तीर्थयात्रियों को ले जा रहे हों। 

केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने भी राज्य प्रशासन के इस कदम का समर्थन किया है। 

यात्रा के दौरान मॉनसून पर नजर रखने के लिए मौसम विभाग ने गुफा तक जाने वाले दोनों रास्तों पर मौसम का हाल बताने वाले उपकरण लगाए हैं।

मौसम विभाग का कहना है कि गुफा और उसके आसपास का तापमान करीब 5 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। 

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