पुलवामा हमलाः 24 घंटे में ही नेता और जिहादियों के हिमायती देने लगे देश विरोधी बयान

By Team MyNationFirst Published Feb 15, 2019, 5:35 PM IST
Highlights

- ऐसे समय जब पूरा देश इस हमले के खिलाफ गुस्से में है और बदला लेने की मांग कर रहा है, कुछ लोग देश विरोधी भाषा बोल रहे हैं। 

पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए फिदायीन हमले को 24 घंटे भी नहीं बीते कि कांग्रेस के कुछ नेता और जिहादियों मुख्यधारा में लाने की दलील देने वालों ने सोशल मीडिया पर सियासी खेल खेलना शुरू कर दिया है। 

ऐसे समय जब पूरा देश इस हमले के खिलाफ गुस्से में है और बदला लेने की मांग कर रहा है, देश की मुख्य विपक्षी पार्टी की ओर से गैर जिम्मेदाराना बयान आ रहे हैं। यही नहीं कुछ तथाकथित स्वतंत्र आवाजें भी पाकिस्तान की भाषा बोल रही हैं। 

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने सबसे पहला बयान दिया। उन्होंने राजनीतिक लाभ लेने के लिए एक ट्वीट किया, जिसमें सरकार के साथ खड़े होने के बजाय पीएम पर हमला करने की कोशिश की। '56 इंच की छाती' को लेकर बयानबाजी की।

Randeep Surjewala, Congress on attack: We strongly condemn this cowardly attack, we extend condolences to the kin of the jawans who were martyred. This is the 18th big terror attack in the last 5 years under this Modi Govt. When will the 56-inch chest reply? pic.twitter.com/kAQ5aKgCdA

— ANI (@ANI)

उनके इस ट्वीट का सोशल मीडिया पर कड़ा प्रतिरोध देकने को मिला। देश में हुई इतनी  बड़ी घटना के बाद इसे सबसे गैरजिम्मेदाराना बयान कहा गया। एक के बाद एक कई पोस्टों में सुरजेवाला की मजम्मत की गई। 

हालांकि वह ऐसा करने वाले अकेले नहीं थे, इसमें उन्हें साथ मिला कुछ 'शहरी नक्सलियों' का। सरकार पर हमला करने के लिए कांग्रेस के 'चीयरलीडर' की तरह प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार पर निजी हमले किए गए। 

modi and doval are watching Uri today for the seventh time to figure out how to respond (no joke, their response will be theatrical, will have nothing to do with counter-terror and everything to do with election rhetoric).

— Hartosh Singh Bal (@HartoshSinghBal)

176% increase under 56" https://t.co/ZFyieymy5D

— Sanjukta Basu (@sanjukta)

Nidhi Sethi of is celebrating the attack. pic.twitter.com/RpbC5P30mk

— हम भारत के लोग (@India_Policy)

 मोदी से नफरत का यह ट्रेंड कुछ ही देने में देश विरोधी ट्रेंड बन गया। इतने बड़े हमले के दिन कश्मीर पर भारत के रुख को लेकर सवाल पूछे गए। पाकिस्तानी मीडिया भी इस तरह से कश्मीर को लेकर सवाल खड़े नहीं करती। 

I've spent much time with jawans & feel like I can see the faces of the men killed this evening in .
Jawans are not ; they are working-class men doing a hard and important job - and today victims, like many others, of years of tragic political failure.

— Raghu Karnad (@rkarnad)

कुछ पत्रकार और मीडिया प्लेटफॉर्म आत्मघाती हमलावर की शान में कसीदे पढ़ते नजर आए। यह कुछ उसी तरह का प्रयास था जब एक स्टार एंकर ने सुरक्षा बलों द्वारा मारे गए आतंकी बुरहान वानी के प्रति 'हेडमास्टर के बेटे' शब्द का इस्तेमाल कर सहानुभूति जताई थी। 

Don’t ask for blood, ask for peace. It’s long overdue.

— Shruti Seth (@SethShruti)

यही नहीं मोदी विरोध के प्रख्यात मीडिया हाउस एनडीटीवी को एक पत्रकार उस समय दो हफ्ते के लिए सस्पेंड करना पड़ा जब उसने मोदी पर तंज कसने के लिए कत्लेआम की शान में कसीदे पढ़े। 

How many here think this headline is as sinister as "And they hanged Yakub"? pic.twitter.com/okO4uA1ixA

— iMac_too (@iMac_too)

This editor is defending the JeM Terrorist.

We want to eliminate cross border Terrorism & Intellectual Terrorism also within our country. This lady is scum. pic.twitter.com/4LlTpkRm9O

— Farrago Abdullah (@abdullah_0mar)

यह सब जारी रहने के बीच कई ऐसे भी थे, जिन्होंने देश विरोधी सुर जारी रखे।  इस सबमें कांग्रेस ने नए बयानवीर और पाकिस्तान प्रेमी नवजोत सिंह सिद्धू  कहां पीछे रहने वाले थे। इस आतंकी हमले की निंदा तो उन्होंने की लेकिन साथ ही कहा कि इस समस्या का हल बातचीत से ही निकलेगा। आतंकवाद का कोई देश नहीं होता। 

Navjot Singh Sidhu: It is condemnable, it's a cowardly act. It needs a permanent solution through dialogue, how long will the Jawans sacrifice their lives? How long will the bloodshed continue? People who do this must be punished. Hurling abuses won't help. pic.twitter.com/R927il2bx1

— ANI (@ANI)

 

 

click me!