उन्होंने आगे कहा, "सभी संस्थानों को वैज्ञानिक अध्ययन और कौशल, नॉलेज, अनुभव का आदान-प्रदान किया जाएगा। शैक्षणिक सामग्री और प्रकाशन, कार्यशालाओं का संचालन, संयुक्त क्षेत्रों के अध्ययन और प्रौद्योगिकी के विकास के लिए सहयोग करने जैसे क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देना चाहिए।"
लखनऊ। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर (आईआईटी-के) और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने इटली के दो संस्थानों के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किया है, जिसके जरिए ऐतिहासिक स्मारकों की बहाली और संरक्षण का काम किया जाएगा। इस एमओयू के तहत होने वाले कामों का समन्वय आईआईटी-कानपुर के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर मुकेश शर्मा करेंगे। प्रो. शर्मा ने कहा कि ऐतिहासिक स्मारकों के जीर्णोद्धार और संरक्षण के लिए एक नेटवर्क बनाने और स्किल्स साझा करने के लिए आईआईटी-कानपुर, वेनिस के काफोस्करी यूनिवर्सिटी, सोप्रिंटेडेंजा ऑकेर्योलॉजिया, बेले एर्टी ऐ पैसेगियो के बीच समझौते पर हस्ताक्षर हुआ है।
उन्होंने आगे कहा, "सभी संस्थानों को वैज्ञानिक अध्ययन और कौशल, नॉलेज, अनुभव का आदान-प्रदान किया जाएगा। शैक्षणिक सामग्री और प्रकाशन, कार्यशालाओं का संचालन, संयुक्त क्षेत्रों के अध्ययन और प्रौद्योगिकी के विकास के लिए सहयोग करने जैसे क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देना चाहिए।"उन्होंने यह भी कहा कि प्रत्येक गतिविधि के लिए एक विशेष योजना पर काम किया जाएगा, जो संसाधनों और स्मारकों की जरूरत के मुताबिक संरक्षण की आवश्यकता निर्भर होगा।