असल में इमरान खान ने दुनिया को पाकिस्तान की सच्चाई दिखाई है। जो आर्थिक तौर पर कमजोर हो चुका है। क्योंकि पाकिस्तान को मिलने वाला धन आतंकियों की मदद के लिए खर्च होता है। इसका सच्चाई दुनिया के सामने आ चुकी है। तभी तो दुनिया भर में आतंक पर नजर रखने वाली एफएटीएफ ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि अगर उसने अपने देश में आतंकी शिविरों को खत्म नहीं किया तो उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।
नई दिल्ली। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पाकिस्तान की इंटरनेशनल तौहीन की है। इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान के आर्थिक हालत खराब हैं और वह दावोस अपने करीबी दोस्तों की आर्थिक मदद से गए थे। इमरान खान ने ऐसा बयान देकर पाकिस्तान को दुनिया के सामने बेनकाब कर दिया है और पाकिस्तान के आर्थिक हालत की पोल दुनिया के सामने खोल दी है।
असल में इमरान खान ने दुनिया को पाकिस्तान की सच्चाई दिखाई है। जो आर्थिक तौर पर कमजोर हो चुका है। क्योंकि पाकिस्तान को मिलने वाला धन आतंकियों की मदद के लिए खर्च होता है। इसका सच्चाई दुनिया के सामने आ चुकी है। तभी तो दुनिया भर में आतंक पर नजर रखने वाली एफएटीएफ ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि अगर उसने अपने देश में आतंकी शिविरों को खत्म नहीं किया तो उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। वहीं अब इमरान खान खान ने पाकिस्तान के आर्थिक स्थिति को दुनिया के सामने उजाकर किया है।
इमरान खान ने दावा किया है कि दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की अपनी यात्रा के लिए उन्होंने सबसे कम पैसे खर्च किए हैं और इसे पाकिस्तान की 'सबसे सस्ती'आधिकारिक यात्रा करार दिया है। हालांकि इमरान खान ने अपने विरोधियों को जताने के लिए ये बयान दिया है। लेकिन इस बयान के चलते उन्होंने पाकिस्तान को दुनिया के सामने बेइज्जत करदिया है। इमरान खान ने कहा कि उनकी यात्रा को उनके व्यापारी दोस्त इकराम सहगल और इमरान चौधरी ने फंड किया था। इमरान ने दावा किया है कि उनका यात्रा का खर्च अन्य नेताओं की तुलना में 10 गुना कम है।
इमरान खान ने कहा कि पिछले साल नवंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा में उनकी यात्रा के दौरान महज 160,000 डॉलर खर्च हुए थे जबकि इसकी तुलना में पूर्व राष्ट्रपति आसिफ जरदारी ने अपनी यात्रा में 14 लाख डॉलर और नवाज शरीफ ने 13 लाख डॉलर खर्च किए थे। गौरतलब है इमरान खान पिछली बार संयुक्त राष्ट्र में अरब के रास्ते गए थे और उस वक्त सऊदी अरब के प्रिंस ने इमरान खान के लिए अपनी निजी विमान अमेरिका भेजा था। लेकिन वापसी ने प्रिंस ने इमरान खान को रास्ते में ही उतार दिया और उन्हें कमर्शियल फ्लाइट से वापस पाकिस्तान वापस आना पड़ा था।