जबलपुर में नागरिकता कानून समर्थकों ने रैली निकाली। सीएए के समर्थकों ने जिले में तिरंगा यात्रा निकाली गई। यह यात्रा आधारताल से रद्दी चौकी के बीच निकाली गई। लेकिन इस यात्रा का वहां पर सीएएस विरोधी विरोध कर रहे थे। जिसके बाद सीएए समर्थकों और विरोधियों के बीच झपड़ हो गई। दोनों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि पत्थरबाजी शुरू गई होने लगी।
भोपाल। देश एक तरफ जहां 71वां गणतंत्र दिवस मना रहा था, वहीं मध्य प्रदेश में कई जगहों पर नागरिकता संशोधन कानून को लेकर इसके समर्थक और विरोधी आमने सामने आ गए और दोनों में जमकर मारपीट हुई और जिसके बाद इलाके में तनाव फैल गया। राज्य में कई जगहों पर इसके विरोध में विरोध-प्रदर्शन देखने को मिला। जानकारी के मुताबिक जबलपुर में नागरिककता संसोधन कानून समर्थकों ने रैली निकाली। जिसका विरोध राज्य की सत्ताधारी कांग्रेस और इस कानून का विरोध करने वालों ने किया।
जबलपुर में नागरिकता कानून समर्थकों ने रैली निकाली। सीएए के समर्थकों ने जिले में तिरंगा यात्रा निकाली गई। यह यात्रा आधारताल से रद्दी चौकी के बीच निकाली गई। लेकिन इस यात्रा का वहां पर सीएएस विरोधी विरोध कर रहे थे। जिसके बाद सीएए समर्थकों और विरोधियों के बीच झपड़ हो गई। दोनों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि पत्थरबाजी शुरू गई होने लगी। सीएए समर्थकों युवा बच्चे और महिलाएं। मारपीट की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और भीड़ को हटाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े।
जिसमें कई लोगों को चोट आई है। पुलिस ने बैरिकेड लगाकर रैली को रोक दिया। वहीं पुलिस चौकी के पास ही सीएए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। जिसके बाद यहां पर तनाव की स्थिति हो गई है और मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पिछले साल 20 दिसंबर को ही जबलपुर शहर सीएए विरोधियों ने जमकर बवाल काटा था, जिसके बाद जिले के चार थाना इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया था। वहीं राज्य के 50 जिलों में धारा 144 लगा दी गई थी।
गौरतलब है कि राज्य की कमलनाथ सरकार ने साफ किया है कि वह किसी भी हाल में राज्य में सीएए को लागू नहीं करेगी और कांग्रेस इसका विरोध कर रही है। जिसके बाद राज्य में सीएए समर्थकों और विरोधियों के बीच अकसर झड़पे देखने को मिल रही हैं।