क्या इमरान खान का ये कदम पाकिस्तान को बचा पाएगा कंगाली से

By Team MyNation  |  First Published May 6, 2019, 8:12 AM IST

फिलहाल पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं से कर्ज की गुहार लगा रहा है। लेकिन वहां की बिगड़ती अर्थव्यवस्था को देखते हुए ये संस्थाएं भी कर्ज देने को तैयार नहीं है। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष फिलहाल पाकिस्तान को कर्ज देने को तैयार हो गया है। वहीं पाकिस्तान लगातार चीन से कर्ज ले रहा है और चीन भी अपनी शर्तों पर उसे कर्ज दे रहा है। 

कंगाली की तरफ लगातार बढ़ रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कुछ नहीं सूझ रहा है। लिहाजा अब इमरान खान ने अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) में काम कर रहे पाकिस्तानी अर्थशास्त्री डॉ रजा बाकिर को स्टेट बैंक आफ पाकिस्तान का नया गवर्नर नियुक्त किया है। इमरान को लगता है कि बाकिर देश को कर्ज से मुक्ति दिलाने में जरूर उनकी मदद कर सकते हैं। खान ने एक दिन पहले ही एसबीपी और संघीय राजस्व बोर्ड (एफबीआर) के प्रमुखों को उनके पद से हटा दिया था।

फिलहाल पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं से कर्ज की गुहार लगा रहा है। लेकिन वहां की बिगड़ती अर्थव्यवस्था को देखते हुए ये संस्थाएं भी कर्ज देने को तैयार नहीं है। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष फिलहाल पाकिस्तान को कर्ज देने को तैयार हो गया है। वहीं पाकिस्तान लगातार चीन से कर्ज ले रहा है और चीन भी अपनी शर्तों पर उसे कर्ज दे रहा है। फिलहाल पाकिस्तान के पीएम ने अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) में काम कर रहे पाकिस्तानी अर्थशास्त्री डॉ रजा बाकिर को स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) का नया गवर्नर नियुक्त किया है।

एसबीपी भी वैसे ही काम करता है जैसा भारत में आरबीआई करता है। बाकिर को एसबीपी के गर्वनर बनाए जाने के बाद इमरान खान सरकार को लगता है कि वह देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर ला सकेंगे। यही नहीं बाकिर अपने रिश्तों के बल पर पाकिस्तान को आईएमएफ से पैकेज दिलाने में मदद करेंगे। गौरतलब है कि शनिवार को इमरान खान ने एसबीपी और संघीय राजस्व बोर्ड (एफबीआर) के प्रमुखों को उनके पद से हटा दिया था। हालांकि ऐसा माना जा रहा है कि आईएमएफ 6 से 8 अरब डॉलर का राहत पैकेज पाकिस्तान को दे सकता है।

फिलहाल पाकिस्तान में रोजमर्रा के खाद्य उत्पादों के भाव आसमान छू रहे हैं। पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान दुनिया भर में अलग थलक पड़ गया है। हालांकि पाकिस्तान को सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात तथा चीन ने कर्ज दिया है और वर्तमान में उसका विदेशी मुद्रा भंडार मार्च के अंत बढ़कर 10.5 अरब डॉलर पहुंचा गया है। लेकिन इसके बावजूद पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति काफी खराब है।

जिससे निपटना इतना आसान नहीं है। बहरहाल पाकिस्तान की जनता महंगाई से परेशान है। पाकिस्तान में पेट्रोल की कीमत 108 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गई जबकि दूध की कीमत 180 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गई थी। हालांकि इसमें कमी आयी है वहीं पाकिस्तान में टमाटर का भाव 100 रुपये प्रति किलो है।
 

कौन है बाकिर

बाकिर की पढ़ाई  हार्वर्ड और कैलिफोर्निया के बर्कले विश्वविद्यालय से हुई है और वह पाकिस्तान के जाने माने अर्थशास्त्री माने जाते हैं। बाकिर 2000 से आईएमएफ से जुड़े हैं। फिलहाल वह मिस्र में आईएमएफ के वरिष्ठ प्रतिनिधि के तौर पर काम कर रहे हैं।

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