इंग्लैंड में हिंदुजा ग्रुप की कंपनियों के प्रमुख श्रीचंद और गोपीचंद हिंदुजा की मिलकियत में बीते एक साल के दौरान 1.35 बिलियन पाउन्ड की उछाल दर्ज हुई और वह इंग्लैंड के सबसे अमीर आदमी बन गए। इससे पहले 2014 और 2017 की सूचि में भी हिंदुजा ब्रदर्स शीर्ष पर थे।
भारतीय मूल के दो परिवार इंग्लैंड में सबसे अमीर लोगों की सूचि में शीर्ष पर हैं। संडे टाइम्स रिच लिस्ट के मुताबिक इंग्लैंड में सबसे अमीर लोगों की सूचि के शीर्ष पर हिंदुजा ब्रदर्स अपनी 22 बिलियन पाउन्ड की मिलकियत के साथ मौजूद हैं. वहीं दूसरे नंबर पर मुंबई में पैदा हुए रूबेन ब्रदर्स हैं.
इंग्लैंड में हिंदुजा ग्रुप की कंपनियों के प्रमुख श्रीचंद और गोपीचंद हिंदुजा की मिलकियत में बीते एक साल के दौरान 1.35 बिलियन पाउन्ड की उछाल दर्ज हुई और वह इंग्लैंड के सबसे अमीर आदमी बन गए। इससे पहले 2014 और 2017 की सूचि में भी हिंदुजा ब्रदर्स शीर्ष पर थे।
महारानी से खरीद लिया महल
संडे रिच लिस्ट के मुताबिक हिंदुजा समूह की दुनियाभर में 50 कंपनियां हैं और 2018 तक इनका कुल टर्नओवर 40 बिलियन पाउन्ड था। भारतीय मूल के इस हिंदुजा परिवार के गोपी हिंदुजा का कहना है कि इग्लैंड के यूरोपियन यूनियन से बाहर निकलने की स्थिति में वह भारत के साथ कारोबारी रिश्ता बढ़ाने के पक्षधर हैं।
हिंदुजा परिवार के एक सदस्य श्री इंग्लैंड में रहते हैं। उनके भाई प्रकाश जिनेवा में और अशोक मुंबई में रहते हैं। ये सभी भाई मिलजुलकर हिंदुजा समूह की सभी कंपनियों को संभालते हैं।
संडे लिस्ट के मुताबिक हिंदुजा परिवार के पास लंदन के कार्ल्टन हाउस टैरेस में चार इंटरकनेक्टेड घर है जिसे परिवार ने 2006 में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय से खरीदा था।
खासबात है कि यह हिंदू परिवार मीट और शराब का सेवन नहीं करता। परिवार का दुनियाभर में ऑयल एंड गैस, आईटी, एनर्जी, मीडिया, बैंकिंग, प्रॉपर्टी और हेल्थकेयर सेक्टर्स में कारोबार फैला हुआ है।
मुंबई में पैदा हुए ये ब्रिटिश भाई
वहीं इंग्लैंड के अमीरों की सूची में दूसरे नंबर पर रूबेन ब्रदर्स में मुंबई में पैदा हुए भाई डेविड और साइमन हैं। यह परिवार इन दिनों लंदन में प्रॉपर्टी खरीदने को लेकर सुर्खियों में है। बीते एक साल के दौरान रूबेन परिवार ने लंदन में 1 बिलियन पाउन्ड की संपत्ति खरीदी है।
वहीं एक अन्य भारतीय मूल के ब्रिटिश कारोबारी लक्ष्मी एन मित्तल के लिए इस साल की सूचि खास नहीं रही. मित्तल की मिलकियत के मुताबिक वह 3.99 बिलियन पाउन्ड के नुकसान के साथ सूची में 11वें नंबर पर पहुंच गए हैं, जबकि 2018 में वह 5वें नंबर पर थे।