इरडा ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए मोटर थर्ड पार्टी (टीपी) इंश्योरेंस प्रीमियम बढ़ाने का प्रस्ताव रखा है। इसके लिए 29 मई को फैसला लिया जा सकता है। अगर इस पर फैसला होता है तो कार और बाइक मालिकों की जेब पर और ज्यादा बोझ बढ़ेगा। असल में इरडा ने इस मौजूदा वित्तीय वर्ष के लिए एक हजार सीसी की क्षमता वाले वाहनों पर भी थर्ड पार्टी बीमा के प्रीमियम को बढ़ाने की सिफारिश की है।
लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद आम आदमी पर कार और बाइक के महंगे बीमा प्रीमियम का बोझ बढ़ सकता है। इसके लिए भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण यानी इरडा ने प्रस्ताव दिया है। अगर ये मान ली जाती हैं तो इसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ेगा। इरडा का प्रस्ताव 1500 सीसी वाहनों तक प्रीमियम बढ़ाने का है।
इरडा ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए मोटर थर्ड पार्टी (टीपी) इंश्योरेंस प्रीमियम बढ़ाने का प्रस्ताव रखा है। इसके लिए 29 मई को फैसला लिया जा सकता है। अगर इस पर फैसला होता है तो कार और बाइक मालिकों की जेब पर और ज्यादा बोझ बढ़ेगा। असल में इरडा ने इस मौजूदा वित्तीय वर्ष के लिए एक हजार सीसी की क्षमता वाले वाहनों पर भी थर्ड पार्टी बीमा के प्रीमियम को बढ़ाने की सिफारिश की है।
अभी तक इस क्षमता वाले वाहनों के लिए 1850 रुपये सालाना प्रीमियम देना होता है। लेकिन अगर इरडा की सिफारिशों को मान लिया जाता है तो ये बढ़कर 2,120 रुपये हो जाएगा। यही नहीं 1500 सीसी वाली कारों के लिए ये बीमा अब बढ़कर 2,863 रुपये से 3,300 रुपये हो जाएगा। अगर इरडा की इन सिफारिशों को मान लिया जाता है।
यही नहीं इरडा ने इस बढ़ोत्तरी से 1500 सीसी से ज्यादा के वाहनों को अलग रखा है। लिहाजा उसकी इसके लिए आलोचना हो रही है। इस श्रेणी में आने वाले वाहनों का थर्ड पार्टी प्रीमियम अभी 7,890 रुपये है। गौरलतब है कि हर साल आमतौर पर एक अप्रैल को थर्ड पार्टी प्रीमियम को संशोधित किया जाता है।