जम्मू कश्मीर में लेह लद्दाख बॉर्डर पर चीनी सेना की हरकतें बढ़ती जा रही हैं। ताजा खबरों के मुताबिक लद्दाख सीमा पर चीनी सैनिकों का जमावड़ा देखा जा रहा है। भारत ने भी चीनी सेना की गतिविधियों को देखते हुए अपनी तैयारियां शुरु कर दी है।
चंडीगढ़: भारत-तिब्बत सीमा पुलिस यानी आईटीबीपी की सामरिक कमान का संचालन अब जम्मू कश्मीर के लेह लद्दाख से किया जाएगा। यह कार्य पहले पंजाब के चंडीगढ़ से हुआ करता था।
लेकिन लद्दाख सीमा पर चीनी फौज के बढ़ते जमावड़े को देखते हुए यह फैसला लिया गया कि आईटीबीपी की सामरिक कमान का संचालन अब लद्दाख से किया जाएगा।
पिछले कुछ समय से देखा जा रहा है कि लद्दाख रेंज में भारतीय सीमा के पास चीनी सेना की गतिविधियां बढ़ती जा रही हैं। उन्होंने इस इलाके में कुछ स्थायी निर्माण भी किए हैं। जो कि अंतरराष्ट्रीय कानूनों का स्पष्ट उल्लंघन है।
चीन की इन्हीं हरकतों को देखते हुए आईटीबीपी की सामरिक गतिविधियों का संचालन लद्दाख से करने का फैसला लिया गया है। क्योंकि आईटीबीपी ही उत्तर पश्चिम फ्रंटियर के पास शांतिकाल में 3,488 किलोमीटर लंबी भारत-चीन सीमा की निगरानी करती है।
उत्तर पश्चिम फ्रंटियर का नेतृत्व पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) स्तर का एक अधिकारी करता है जो सेना के मेजर जनरल के समकक्ष माना जाता है।
लेह से आईटीबीपी के महानिरीक्षक अरविंद कुमार ने संवाददाताओं को फोन पर नए मूव की जानकारी देते हुए कहा कि “एक अप्रैल से लद्दाख क्षेत्र से हमारी सक्रियता चालू है और इस बारे में दिल्ली स्थित बल के मुख्यालय को जानकारी दे दी गई है।”
फिलहाल फ्रंटियर का कामकाज आईटीबीपी के सेक्टर मुख्यालय के मौजूदा परिसर से संचालित किया जा रहा है। यहां पर नई कमान के लिये और इमारतों के निर्माण तथा दूसरे साजो-सामान के लिये अनुमति प्राप्त हो गई है।
बताया जा रहा है कि आईटीबीपी के महानिदेशक एस.एस देसवाल के जल्द ही वहां के दौरे पर आएंगे।