कमलनाथ के करीबियों पर छापेः एमपी के IAS, IPS और नेताओं की 'बेनामी' संपत्ति के दस्तावेज और 16 करोड़ कैश बरामद

By Siddhartha RaiFirst Published Apr 7, 2019, 4:24 PM IST
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आयकर विभाग के सूत्रों ने बताया कि 27 टीमों ने अल सुबह छापेमारी की कार्रवाई शुरू की। सूत्रों के अनुसार, छापे के दौरान जिन लोगों से संबंधित दस्तावेज बरामद हुए हैं, उन्हें जल्द ही आयकर विभाग पूछताछ के लिए बुला सकता है। 

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के रिश्तेदार और करीबियों के ठिकानों पर आयकर विभाग की ओर से बड़ी कार्रवाई की गई है। दिल्ली, यूपी और एमपी में कई जगहों पर छापे मारे गए हैं। बताया जा रहा है कि कई उच्च स्तरीय ब्यूरोक्रेट्स और नेताओं से कथित तौर से जुड़ी बेनामी संपत्ति और कैश मौजूद होने की पुख्ता सूचना मिलने के बाद ये कार्रवाई हुई है। 

आयकर विभाग के सूत्रों ने बताया कि 27 टीमों ने अल सुबह छापेमारी की कार्रवाई शुरू की। सूत्रों के अनुसार, 'मध्य प्रदेश के कई आईएएस और आईपीएस अधिकारियों की संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज बरामद हुए हैं।' सूत्रों की मानें तो इन छापों में कुछ बड़े नेताओं की 'बेनामी' संपत्ति से जुड़े दस्तावेज भी मिले हैं। अब तक की छापेमारी में 16 करोड़ रुपये कैश भी बरामद हुआ है। 

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सूत्रों के अनुसार, छापे के दौरान जिन लोगों से संबंधित दस्तावेज बरामद हुए हैं, उन्हें जल्द ही आयकर विभाग पूछताछ के लिए बुला सकता है। आयकर विभाग के छापे में ये दस्तावेज एमपी के मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबी सहयोगियों प्रवीण कक्कड़ और आरके मिगलानी के परिसरों से बरामद हुए हैं। 

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खास बात यह है कि आयकर की टीम को मिगलानी के ग्रीन पार्क स्थित घर में पार्क गाड़ियों से विदेशी मुद्रा भी मिली है। आयकर विभाग के सूत्रों ने 'माय नेशन' को बताया कि विभाग 15 दिन से आरोपियों के मोबाइल को सर्विलांस पर रखे हुए था। इसी से मिगलानी के घर से बरामद हुए नौ करोड़ रुपये को लेकर इतनी सटीक जानकारी मिली थी। 

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इसके अलावा, कमलनाथ के भांजे रातुल पुरी से ऑफिस और दूसरे परिसरों पर छापे पड़े हैं। रातुल का नाम अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले की जांच के दौरान भी सामने आया है। कुछ दिन पहले ही प्रवर्तन निदेशालय ने उसे जांच के लिए बुलाया था। 

रविवार दोपहर रतुल पुरी के दिल्ली के ओखला इंडस्ट्रियल एरिया स्थित कार्पोरेट ऑफिस पर भी छापा मारा गया। यह हिंदुस्तान पॉवरप्रोजेक्ट्स प्रा. लि. (एचपीपीएल) का ऑफिस है, पहले यह मोजर बियर थी। पुरी इस कंपनी के चेयरमैन हैं और यह कंपनी ऊर्जा उत्पादन, एनर्जी ट्रेडिंग और थर्मल, सोलर, हाइड्रो एवं माइनिंग के क्षेत्र में काम करती है। एक अनुमान के मुताबिक, कंपनी की संपत्तियां 14,500 करोड़ रुपये की हैं। इसे भारत से सबसे तेज गति से तरक्की करने वाली एकीकृत पॉवर कंपनी माना जाता है। 

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