मानवेंद्र सिंह ने 14वीं लोकसभा में 2004 से 2009 के दौरान बाड़मेर संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व भी किया था। वह बीजेपी की टिकट पर चुनाव जीते थे।
नई दिल्ली- हाल ही में बीजेपी छोड़कर कांग्रेस का दामन थामने वाले मानवेंद्र सिंह को पार्टी ने विधानसभा चुनावों में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खिलाफ झालारपाटन से उम्मीदवार बनाया है। मानवेंद्र पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के सीनियर लीडर जसवंत सिंह के बेटे हैं।
वसुंधरा राजे झालारपाटने से तीन बार से जीतती आ रही हैं।
पिछले विधानसभा चुनाव में झालावाड़ सीट से राजे ने कांग्रेस की मीनाक्षी चंद्रावत को 60896 वोट से हराया था। राजे को 114384 और मीनाक्षी को 53488 वोट मिले थे। मीनाक्षी चंद्रावत हरीगढ़ के पूर्व महाराजा धनसिंह चंद्रावत की बेटी हैं। इससे पहले 2008 में राजे कांग्रेस के मोहन लाल को हराया था। 2003 में भी इस सीट से जीत दर्ज की थी।
शनिवार को कांग्रेस ने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी की, जिसमें 32 नाम हैं। राजस्थान विधानसभा चुनावों में एक ही चरण में 7 दिसंबर को वोटिंग होगी।
2013 के चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को 200 सीटों वाली राजस्थान विधानसभा में भारी बहुमत मिला था।
सितंबर में 54 वर्षीय बीजेपी लीडर मानवेंद्र ने 'कमल का फूल, हमारी भूल' कहते हुए पार्टी छोड़ दी थी।
मानवेंद्र सिंह ने 14वीं लोकसभा में 2004 से 2009 के दौरान बाड़मेर संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व भी किया था। वह बीजेपी की टिकट पर चुनाव जीते थे।
मानवेंद्र सिंह के पिता जसवंत सिंह गंभीर रूप से बीमार हैं। 80 साल के जसवंत सिंह 2014 से कोमा में हैं, तब गिरने की वजह से उन्हें चोट लग गई थी।
जसवंत सिंह अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में कैबिनेट मंत्री थे लेकिन 2014 में उन्होंने पार्टी का टिकट लेने से इनकार कर दिया था। जसवंत सिंह ने 2014 में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था।
मानवेंद्र सिंह ने कहा है कि "मैं चुनौती लेने के लिए तैयार हूं। मैं राजपूत नेता जसवंत सिंह के अपमान का बदला लूंगा।"
राजस्थान में मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच है लेकिन इसी बीच बहुजन समाज पार्टी और अन्य छोटी पार्टियां भी कुछ सीटों पर चुनाव जीतने के लिए जोर लगा रही हैं।
सप्ताह की शुरुआत में काफी इंतजार के बाद कांग्रेस ने 152 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी। कांग्रेस ने सीपी जोशी, अशोक गहलोत, सचिन पायलट और गिरिजा व्यास जैसे दिग्गजों को मैदान में उतारा है। कांग्रेस में सीएम कौन होगा, अंदरखाने इस बात को लेक भी घमासान है।
राजस्थान की कुल 200 सीटों में 34 एससी और 25 एसटी के लिए आरक्षित हैं।