मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अमित शाह को पत्र लिखकर मध्य प्रदेश के हालिया सियासी घटनाक्रम के बारे में बताया है। उन्होंने लिखा है कि भाजपा ने कांग्रेस के 22 विधायकों को बेंगलुरु में बंधक बनाया और इन विधायकों को कर्नाटक पुलिस का संरक्षण मिला हुआ है और भाजपा नेताओं ने इन विधायकों की ठहरने की व्यवस्था की है।
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में सरकार बचाने को दिलचस्प मोड़ आया है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपनी सरकार बचाने के लिए केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मदद मांगी है। कमलनाथ ने अमित शाह को पत्र लिखकर कांग्रेस के 22 विधायकों को बेंगलुरु में बंधक बनाने का आरोप लगाया और उनसे मदद मांगी है।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अमित शाह को पत्र लिखकर मध्य प्रदेश के हालिया सियासी घटनाक्रम के बारे में बताया है। उन्होंने लिखा है कि भाजपा ने कांग्रेस के 22 विधायकों को बेंगलुरु में बंधक बनाया और इन विधायकों को कर्नाटक पुलिस का संरक्षण मिला हुआ है और भाजपा नेताओं ने इन विधायकों की ठहरने की व्यवस्था की है। कमलनाथ ने अमित शाह को काफी लंबा पत्र लिखा है। उन्होंने अमित शाह से गुजारिश की है कि वह अपनी शक्तियों का इस्तेमाल कर विधायकों को मुक्त कराएं है।
ताकि कांग्रेस के 22 विधायक वापस मध्य प्रदेश पहुंच सकें। यही नहीं ये विधायक 16 मार्च से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र में भी हिस्सा ले सके। ताकि जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारी को निभा सकें। क्योंकि जनता ने ही इन्हें चुना है। कमलनाथ ने ये भी लिखा है कि भाजपा राज्य में फ्लोर टेस्ट की मांग की है और जब तक ये विधायक राज्य में वापस नहीं पहुंचते हैं तो विधानसभा में फ्लोर टेस्ट का कोई मतलब नहीं है। एक तरफ भाजपा फ्लोर टेस्ट की मांग कर रही है और दूसरी तरफ कांग्रेस विधायकों को प्रदेश से बाहर बंदी बना रखा है। गौरतलब है कि राज्य में सिंधिया समर्थक 22 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है और अब भाजपा फ्लोर टेस्ट की मांग कर रही है।
वहीं कांग्रेस का कहना है कि विधायकों को बंधक बनाकर रखा है। लिहाजा फ्लोर टेस्ट नहीं होना चाहिए। हालांकि कमलनाथ सरकार की सिफारिश पर राज्यपाल ने छह मंत्रियों को कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया है। जिसके बाद आज पूर्व सीएम शिवराज सिंह की अगुवाई में भाजपा नेताओं के एक दल ने राज्यपाल से मुलाकात कर फ्लोर टेस्ट की मांग की है।