डीके शिवकुमार बागी विधायकों को मनाने के लिए मिलने मुंबई स्थित होटल पहुंचे। हालांकि अभी तक विधायकों की तरफ से बातचीत को नकार दिया गया है। फिलहाल विधायकों से मिलने को लेकर गतिरोध जारी है। क्योंकि विधायकों ने पहले से साफ कर दिया है कि वह कर्नाटक के सीएम एचडी कुमारस्वामी और वरिष्ठ कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार नहीं मिलना चाहते हैं।
कर्नाटक संकट के सियासी संकट के बीच आज कांग्रेस नेता और उपमुख्यमंत्री शिवकुमार मुंबई पहुंचे। जिस होटल में कांग्रेस और जेडीएस के बागी विधायक रूके हुए हैं वहां पर पहुंच कर उन्होंने विधायकों से मिलने को कहा। लेकिन विधायकों ने बातचीत से साफ मना कर दिया है। फिलहाल होटल में रूके विधायकों ने मुंबई पुलिस के पत्र लिखकर अपनी जान को खतरा बताया है। जिसको देखते हुए होटल की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी है।
राज्य में पांच दिन से चली आ रही राजनीतिक उठापटक के बीच कांग्रेस के नेता शिवकुमार मुंबई पहुंचे। कुमार ने विधायकों से मिलने की इच्छा जताई है। लेकिन बागी विधायकों की तरफ मिलने के लिए साफ मना कर दिया है। फिलहाल अब राजनीतिक गतिविधि का केन्द्र बेंगलुरू के साथ ही मुंबई बन गया है जहां पर कांग्रेस और जेडीएस के बागी विधायक ठहरे हुए हैं।
बागी विधायकों की मांग को देखते हुए मुंबई पुलिस ने विधायकों की सुरक्षा बढ़ा दी है। सुरक्षा की दृष्टि से होटल के बाहर महाराष्ट्र स्टेट रिजर्व पुलिस फोर्स के जवानों को तैनात कर दिया है और सभी लोगों पर नजर रखी जा रही है। इस बीच डीके शिवकुमार बागी विधायकों को मनाने के लिए मिलने मुंबई स्थित होटल पहुंचे।
हालांकि अभी तक विधायकों की तरफ से बातचीत को नकार दिया गया है। फिलहाल विधायकों से मिलने को लेकर गतिरोध जारी है। क्योंकि विधायकों ने पहले से साफ कर दिया है कि वह कर्नाटक के सीएम एचडी कुमारस्वामी और वरिष्ठ कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार नहीं मिलना चाहते हैं।
गौरतलब है कि शनिवार को कांग्रेस और जेडीएस के 14 विधायकों के इस्तीफा देने के बाद कुमारस्वामी सरकार अल्पमत में आ गयी थी। जिसके बाद विधायकों को मनाने का सिलसिला जारी है। इस गतिरोध को दूर करने के लिए कांग्रेस आलाकमान ने गुलाम नबी आजाद को बेंगलुरू भेजा है।
राज्य में अभी तक कांग्रेस के 11, जेडीएस के 3 विधायकों के साथ ही 2 निर्दलीय विधायकों ने भी इस्तीफा दिया है। निर्दलीय विधायकों ने सरकार से समर्थन भी वापस ले लिया है। फिलहाल ऐसा कहा जा रहा की राजनैतिक गतिरोध को देखते हुए विधानसभा अध्यलक्ष केआर रमेश 17 जुलाई को एचडी कुमारस्वाआती को बहुमत साबित करने का न्योता दे सकते हैं।