इस बार के लोकसभा चुनाव में कर्नाटक में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा। वहां पिछली बार भी कांग्रेस की सरकार थी, जिसके मुख्यमंत्री सिद्धारमैया थे। इस बार भी कांग्रेस समर्थित जेडीएस की सरकार है। लेकिन लोकसभा चुनाव में यहां कांग्रेस को सिर्फ एक सीट मिली। इसका खमियाजा प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भुगतना पड़ा है।
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में मिली करारी मात के बाद कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भंग कर दिया गया है। कांग्रेस पार्टी के संगठन महासचिव के.सी.वेणुगोपाल ने इस बात की घोषणा की है। उन्होंने एक बयान जारी करके इस बात की जानकारी दी कि 'अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भंग कर दिया है और अध्यक्ष व कार्यकारी अध्यक्ष को फिलहाल बरकरार रखा गया है।'
The AICC has decided to dissolve the present committee of Karnataka Pradesh Congress Committee. The President and working President remain unchanged.
— ANI (@ANI)दरअसल लोकसभा चुनाव में भारी हार के बाद कांग्रेस पार्टी ने हार के कारण जानने के लिए एक कमेटी का गठन किया था। जिसकी रिपोर्ट आने के बाद यह कदम उठाया गया।
खबर है कि यह कार्रवाई कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इशारे पर की गई है। कर्नाटक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुंडूराव ने इस बात की पुष्टि करते हुए जानकारी दी है कि कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भंग करने की मंजूरी दी है। अब हमें सोचना है कि कैसे न केवल केपीसीसी बल्कि जिला कांग्रेस और ब्लॉक समितियों का पुनर्गठन किया जाए। सभी स्तरों पर पार्टी का पुनर्गठन होगा।
Karnataka Pradesh Congress Committee President Dinesh Gundu Rao: Congress President gave approval (to dissolve KPCC).Now we've to see how to reorganise not only KPCC but also district Congress & Block Congress committees. It'll be a total reorganisation of the party at all levels https://t.co/6WnTofLQyw
— ANI (@ANI)इसके पहले कांग्रेस ने कर्नाटक से अपने विधायक रोशन बेग को भी पार्टी से निकाल दिया है। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी ने बेग को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था।