पहली मोदी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में आए थे ये मेहमान, क्या इमरान को जाएगा निमंत्रण?

By Rahul Misra  |  First Published May 23, 2019, 12:08 PM IST

दक्षिण एशियाई देशों के क्षेत्रीय संगठन सार्क के सदस्य देशों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लिया। इनमें अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करज़ई, बांग्लादेश की राष्ट्रपति शेख हसीना की प्रतिनिधी के तौर पर संसद की अध्यक्ष शिरीन शर्मिन चौधरी, भूटान के प्रधानमंत्री शोरिंग तोबगे समेत मालदीव, मॉरिशस, नेपाल, श्रीलंका और पाकिस्तान को इनवाइट भेजा गया।

लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजे एक बार फिर केन्द्र में नरेन्द्र मोदी सरकार बनने का रास्ता साफ कर रही है। इस बीच अब अटकलों का बाजार गरम है कि सत्ता में लगातार दूसरी बार बैठने जा रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने शपथ ग्रहण समारोह में क्या एक बार फिर दुनियाभर के राष्ट्राध्यक्षों को निमंत्रण देंगे?

2014 में पहली बार भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह की गेस्टलिस्ट में दक्षिण एशियाई देशों के राष्ट्रपति और  प्रधानमंत्रियों को स्पेशल इनवाइट भेजा था। इस साल 16 मई को चुनाव के नतीजे आए थे। भारतीय जनता पार्टी समेत एनडीए गठबंधन को लोकसभा में कुल 336 सीटों पर जीत दर्ज हुई थी। इससे पहले केन्द्र में सत्ता के लिए चुनी जानें वाली सरकार को इतनी सीटें 1984 के चुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को मिली थीं।

दक्षिण एशियाई देशों के क्षेत्रीय संगठन सार्क के सदस्य देशों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लिया। इनमें अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करज़ई, बांग्लादेश की राष्ट्रपति शेख हसीना की प्रतिनिधी के तौर पर संसद की अध्यक्ष शिरीन शर्मिन चौधरी, भूटान के प्रधानमंत्री शोरिंग तोबगे समेत मालदीव, मॉरिशस, नेपाल, श्रीलंका और पाकिस्तान को इनवाइट भेजा गया।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भी भारत के निमंत्रण को स्वीकार किया था और आजादी के बाद यह पहला मौका बना जब किसी एक देश के शपथ ग्रहण समारोह में दूसरा देश गेस्टलिस्ट में हो। 

मोदी सरकार के पहले शपथ ग्रहण में शामिल हुए ये नेता

अफगानिस्तान- राष्ट्रपति हामिद करज़ई
बांग्लादेश से संसद अध्यक्ष- शिरीन शर्मिन चौधरी
भूटान -  प्रधानमंत्री शोरिंग तोबगॉ
मालदीव- राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन अब्दुल गयूम
मॉरीशस- प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम
नेपाल- प्रधानमंत्री सुशील कोइराला
पाकिस्तान- प्रधानमंत्री नवाज शरीफ
श्रीलंका- राष्ट्रपति महिन्दा राजपक्षे

गौरतलब है कि अपने पहले कार्यकाल के लिए शपथ ग्रहण समारोह में नरेन्द्र मोदी ने दक्षिण एशिया को अपनी विदेश नीति के केन्द्र में रखने का संकेत दिया। इसके लिए पाकिस्तान समेत सभी सार्क देशों के प्रमुखों को निमंत्रण दिया गया और ये सभी नेता इस कार्यक्रम में शामिल हुए।

अब देखना है कि अपने दूसरे कार्यकाल की तरफ बढ़ रही मोदी सरकार अपने शपथ ग्रहण के लिए क्या एक बार फिर दक्षिण एशिया को केन्द्र में रखती है या फिर इस बार शपथ ग्रहण का आयोजन और बड़े स्तर पर किया जाएगा। खासबात है कि हाल ही में कई सार्क देशों में चुनाव हुए हैं और कुछ जगहों पर नेतृत्व परिवर्तन देखने को मिला है।
मिसाल के तौर पर पिछले साल पाकिस्तान में हुए चुनावों में इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तेहरीक-ए-इंसाफ सत्ता में आई। लिहाजा, इस बार यदि फिर सार्क देशों को निमंत्रण भेजा गया तो देखना होगा कि क्या प्रधानमंत्री इमरान खान भी नवाज शरीफ की तरह शपथ ग्रहण में शामिल होंगे।
 

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