असल में कोरोना लॉकडाउन के बीच लोग एंबुलेंस का इस्तेमाल एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने के लिए कर रहे हैं। उत्तराखंड ही कई अन्य राज्यों में लोग इस तरह की हरकतें कर रहे हैं। पिछले दिनों पश्चिम बंगाल एंबुलेंस से शराब पकड़ी गई थई। जिसे राज्य में एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाया जा रहा था। वहीं लोग ऐसा कर लॉकडाउन के नियमों को तोड़ रहे हैं।
देहरादून। कोरोनावायरस के संक्रमण के बीच उत्तराखंड पुलिस राज्य में आने वाले एंबुलेंस पर नजर रख रही है। क्योंकि राज्य में कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं जहां कोरोना लॉकडाउन के बीच लोग एंबुलेंस का सहारा लेकर अन्य प्रदेशों से राज्य में आ रहे हैं। लिहाजा राज्य में पुलिस की नजर एंबुलेंस पर है।
असल में कोरोना लॉकडाउन के बीच लोग एंबुलेंस का इस्तेमाल एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने के लिए कर रहे हैं। उत्तराखंड ही कई अन्य राज्यों में लोग इस तरह की हरकतें कर रहे हैं। पिछले दिनों पश्चिम बंगाल एंबुलेंस से शराब पकड़ी गई थई। जिसे राज्य में एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाया जा रहा था। वहीं लोग ऐसा कर लॉकडाउन के नियमों को तोड़ रहे हैं। उत्तराखंड और ओडिशा में सीमा पार से एंबुलेंस के दुरुपयोग की घटनाएं सामने आने के बाद राज्य में पुलिस ने एंबुलेंस में नजर रखना शुरू कर दिया है।
राज्य के अधिकारियों के मुताबिक उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बीच अंतर्राज्यीय सीमा को पार करने के लिए लोग एंबुलेंस का इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसा लोग लॉकडाउन के नियमों के कारण कर रहे हैं। राज्य के कुमाऊं क्षेत्र में अब तक चार ऐसे मामले सामने आए हैं। जिन्होंने लॉकडाउन के दौरान राज्य में लौटने के लिए एंबुलेंस का इस्तेमाल किया। पुलिस ने न केवल आरोपियों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं, बल्कि उन्हें उधमसिंह नगर जिले में क्वारंटिन में रखा है।
पुलिस का कहना है कि पुलिस को चकमा देने के लिए सीमा पार करते हुए एम्बुलेंस किराए पर ले रहे हैं। एक अधिकारी ने कहा कि 23 मार्च को राज्य में लॉकडाउन लागू होने के बाद से उधमसिंह नगर में ऐसी घटनाएं सामने आई हैं। मंगलवार को ही काशीपुर में इस तरह की घटना हुई जहां तीन महिलाओं सहित छह लोगों को एक एम्बुलेंस में राज्य में प्रवेश करने के वक्त गिरफ्तार किया गया। ये दिल्ली से उत्तराखंड आ रहे थे। इन लोगों का कहना था कि वे बच्चे की डिलीवरी के लिए दिल्ली गए थे, लेकिन लॉकडाउन के कारण वहां फंस गए थे।