योगी की कुंभ कैबिनेट, प्रयागराज को 600 किमी लंबे गंगा एक्सप्रेसवे का तोहफा

By Team MyNation  |  First Published Jan 29, 2019, 4:58 PM IST

600 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे मेरठ, अमरोहा, बुलंदशहर, बदायूं, शाहजहांपुर, फर्रुखाबाद, हरदोई, कन्नौज, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ होते हुए प्रयागराज आएगा। यह दुनिया में सबसे बड़ा होगा। 

उत्तर प्रदेश के इतिहास में पहली बार कुंभ मेले में कैबिनेट बैठक का आयोजन किया गया। योगी आदित्यनाथ कैबिनेट ने प्रयागराज को पश्चिमी उत्तर प्रदेश से जोड़ने के लिए दुनिया के सबसे बड़े गंगा एक्सप्रेसवे को मंजूरी दी। 

मेला क्षेत्र में स्थित इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर (आईसीसीसी) में मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मीडिया सेंटर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया, 'उत्तर प्रदेश के पश्चिमी भाग को प्रयागराज से जोड़ने के लिए मंत्रिमंडल ने गंगा एक्सप्रेसवे को सैद्धांतिक सहमति दी है।' 

Prayagraj: Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath and other leaders take holy dip at pic.twitter.com/srZmBhgh5P

— ANI UP (@ANINewsUP)

उन्होंने बताया, 'यह एक्सप्रेसवे मेरठ, अमरोहा, बुलंदशहर, बदायूं, शाहजहांपुर, फर्रुखाबाद, हरदोई, कन्नौज, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ होते हुए प्रयागराज आएगा। यह एक्सप्रेसवे जब बनेगा तो दुनिया में सबसे बड़ा होगा। यह लगभग 600 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे होगा।' 

मुख्यमंत्री ने बताया, 'इस एक्सप्रेसवे के लिए लगभग 6,556 हेक्टेयर भूमि की जरूरत पड़ेगी। फोर लेन एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेसवे का छह लेन तक विस्तार किया जा सकेगा। इस पर लगभग 36,000 करोड़ रुपये खर्च आने की संभावना है।' 

Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath in Prayagraj: The Ganga-Expressway will go through areas including Meerut-Amroha-Bulandshahr-Budaun-Shahjahanpur-Kannauj-Unnao-Raebareli-Pratapgarh and arrive at Prayagraj. https://t.co/WJduBqL2aZ

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उन्होंने बताया कि इस एक्सप्रेसवे से प्रयागराज का पश्चिमी उत्तर प्रदेश से बेहतर संपर्क स्थापित हो सकेगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि मंत्रिमंडल की बैठक में बुंदेलखंड के विकास के लिए बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को भी सैद्धांतिक सहमति दी गई है। यह एक्सप्रेसवे लगभग 296 किलोमीटर लंबा होगा और जिस पर 8,864 करोड़ रुपये खर्च होंगे और 3641 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता इसके लिए पड़ेगी। वहां भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई प्रारंभ हो चुकी है। मंत्रिमंडल की सहमति से आगे की प्रक्रिया तेज हो सकेगी।

योगी आदित्यनाथ ने बताया कि बुंदेलखंड के विकास के प्रति माननीय प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश में डिफेंस कॉरिडोर की जो घोषणा की थी उसका केंद्र बुंदेलखंड ही बनने जा रहा है। उन्होंने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का गोरखपुर लिंक लगभग 91 किलोमीटर का है। यह आजमगढ़ और अंबेडकरनगर की सीमा से होकर गुजरेगा। 5,555 करोड़ रुपये की लागत से पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के इस लिंक पर युद्ध स्तर पर काम चल रहा है। इस पर भी मंत्रिमंडल ने सहमति दी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के लोगों की धार्मिक आस्था को ध्यान में रखते हुए प्रयागराज में भारद्वाज पार्क के सौंदर्यीकरण की तर्ज पर भारद्वाज ऋषि के आश्रम का भी सौंदर्यीकरण करने, प्रयागराज के पास स्थित श्रृंगवेरपुर तीर्थ स्थल को विकसित करने, निषादराज का पार्क विकसित करने और उनकी मूर्ति लगाने के प्रस्ताव पर भी मंत्रिमंडल ने सहमति दी है।

योगी आदित्यनाथ ने बताया कि पूरी दुनिया में रामायण के माध्यम से मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम को आम जनों तक पहुंचाने वाले महर्षि वाल्मिकी का प्रयागराज-चित्रकूट के बीच पहाड़ी नामक स्थान पर स्थित आश्रम पर एक भव्य प्रतिमा लगाने, रामायण पर एक शोध संस्थान खोलने और आश्रम का सौंदर्यीकरण करने के प्रस्ताव को भी सहमति दी गई है।

उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल ने एक प्रस्ताव पारित किया है जिसमें मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत प्रदेश के बेघर 3791 कुष्ठ रोगियों को आवास प्रदान किया जाएगा। इससे अलावा, मंडी समितियों में किसानों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए इन समितियों के जनतंत्रीकरण की प्रक्रिया आगे बढ़ाने का निर्णय किया गया है। इसके तहत, पंजीकृत किसान ही मंडी समिति के सभापति और उपसभापति के रूप में चुना जा सकेगा।

मुख्यमंत्री ने बताया कि सर्जिकल स्ट्राइक पर बनी फिल्म 'उरी' को राज्य जीएसटी से मुक्त करने का निर्णय किया गया है। राष्ट्रभक्ति पर आधारित यह फिल्म नौजवानों और देश के आम नागरिकों के भीतर राष्ट्रवाद की भावना पैदा कर सकेगी।

Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath in Prayagraj: There is a movie on the surgical strikes 'Uri', cabinet has decided to exempt it from state GST. This film will instill a feeling of nationalism in the youth and the citizens of the country. pic.twitter.com/J2F0EXjJEy

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उन्होंने बताया कि लखनऊ स्थित एसजीपीजीआई, दिल्ली के एम्स के समकक्ष है। जो सुविधाएं एम्स के चिकित्सकों और गैर चिकित्सकों को मिलती हैं, वही सुविधाएं यहां भी मिलेंगी। मंत्रिमंडल ने इस पर अपनी सहमति दी है।
 

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