झारखंड में सरकार बदलते ही जेल में लगने लगा है लालू दरबार

By Team MyNation  |  First Published Dec 27, 2019, 10:55 PM IST

रांची के रिम्स में अस्पताल में इलाज करा रहे सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव का दरबार सजने लगा है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में झारखंड सरकार लालू को पैरोल दे सकती है। हालांकि इससे पहले राज्य के नए सीएम हेमंत सोरेन इसके संकेत दे चुके हैं।  विधानसभा चुनाव जीतने के बाद हेमंत सोरेन ने राजद नेता से रिम्‍स में मुलाकात कर लालू की ताकत का एहसास करा दिया है।

रांची। झारखंड सरकार बदले ही राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की धमक दिखाई देने लगी है। रांची के रिम्स में अस्पताल में इलाज करा रहे सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव का दरबार सजने लगा है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में झारखंड सरकार लालू को पैरोल दे सकती है। हालांकि इससे पहले राज्य के नए सीएम हेमंत सोरेन इसके संकेत दे चुके हैं।  विधानसभा चुनाव जीतने के बाद हेमंत सोरेन ने राजद नेता से रिम्‍स में मुलाकात कर लालू की ताकत का एहसास करा दिया है।

चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता और रिम्स में इलाज करा रहे लालू प्रसाद यादव जेल मैनुअल की जमकर धज्जियां उड़ा रहे हैं। लालू प्रसाद यादव का अस्पताल में जनता दरबार लग रहा है। पिछली सरकार में छोटी छोटी सुविधाओं के लिए प्रशासन के सामने गिड़गिराने वाले लालू प्रसाद यादव के सामने अब अस्पताल प्रशासन नतमस्तक हो होने लगा है। क्योंकि राज्य में जेएमएम की सरकार सत्ता में आ गई है और इसमें राजद सहयोगी दल है। हालांकि राज्य में राजद का एक ही विधायक जीता है।

लेकिन राजद ने जेएमएम और कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। राज्य में हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री बनते ही लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की। जिसके बाद कई नेता लालू से मिलने के लिए जेल आ रहे हैं। हालांकि अब अस्पताल में लालू से मिलने में किसी भी तरह की रोकटोक नहीं है। यहां तक कि लालू से मिलने वालों लोगों का रजिस्टर में जिक्र तक नहीं है। हालांकि जब ये मामला मीडिया में उछला तो लालू का कहा है कि इसके लिए जेल प्रशासन से अनुमति मिली है, जबकि जेल अधीक्षक लालू प्रसाद के दावों को खारिज करते हुए कहते हैं कि जिन लोगों ने लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की उनका नाम सूची में नहीं है।

क्या है नियम
जेल प्रशासन के नियमों के मुताबिक लालू प्रसाद यादव से एक दिन में केवल तीन लोग ही मिल सकते हैं। ये लोग सिर्फ शनिवार को ही मिल  सकते हैं। इसके अलावा परिवार के सदस्य हफ्ते में किसी भी दिन मिल सकते हैं और एक दिन में एक ही सदस्य मिल सकता है।

click me!