पिछले दिनों चर्चा थी कि लालू प्रसाद यादव को कोरोना संक्रमण के दौरान चल रहे लॉकडाउन में रांची स्थित रिम्स से छूट्टी मिल सकती है। क्योंकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद कैदियों को छोड़ा जा रहा है। कई राज्य सरकारों ने जेलों में कैदियों के बीच संक्रमण फैलने के डर कैदियों को पैरोल पर छोड़ा है। लिहाजा इसकी उम्मीद की जा रही थी कि सुप्रीम कोर्ट के नियमों के मुताबिक लालू को अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है।
रांची। कोरोना वायरस के कहर के बीच राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के अस्पताल से बाहर निकलना मुश्किल दिखाई दे रहा है। लालू प्रसाद यादव चारा घोटाले में जेल की सजा काट रहे हैं और रांची के रिम्स में उनका इलाज चल रहा है। हालांकि मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक लालू को जेल में खतरा है और इसके लिए अस्पताल प्रशासन लालू को रिम्स के दूसरे वार्ड में शिफ्ट करने पर विचार रहा है।
पिछले दिनों चर्चा थी कि लालू प्रसाद यादव को कोरोना संक्रमण के दौरान चल रहे लॉकडाउन में रांची स्थित रिम्स से छूट्टी मिल सकती है। क्योंकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद कैदियों को छोड़ा जा रहा है। कई राज्य सरकारों ने जेलों में कैदियों के बीच संक्रमण फैलने के डर कैदियों को पैरोल पर छोड़ा है। लिहाजा इसकी उम्मीद की जा रही थी कि सुप्रीम कोर्ट के नियमों के मुताबिक लालू को अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है। लेकिन फिलहाल अब इसकी उम्मीद कम ही है। हालांकि इसके लिए फैसला राज्य सरकार को लेना है। लालू यादव को सात साल से ज्यादा की सजा हुई है।
लिहाजा लालू का फिलहाल जेल से बाहर निकलना मुश्किल है। क्योंकि कोरोना संक्रमण के बीच सुप्रीम कोर्ट के निर्देश सात साल से कम सजा वाले कैदियों को पैरोल पर रिहा करना है। जबकि कई मामलों में सात साल से ज्यादा की सजा काट कर रहे हैं। फिलहाल अब चारा घोटाले में सजायाफ्ता बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद उर्फ लालू प्रसाद यादव को दूसरे वार्ड में शिफ्ट करने पर विचार चल रहा है। अस्पताल प्रशासन का मानना है कि लालू को कोरोना के संक्रमण से इंकार नहीं किया जा सकता है।
गौरतलब है कि स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक भारत में कोरोनावायरस के मामलों की संख्या 13,387 तक पहुंच गई है। वहीं देश में मरने वालों का आंकड़ा 437 पार हो गया है। जबकि 1,749 मरीज जानलेवा बीमारी से उबर चुके हैं। गुरुवार की शाम तक मरने वालों की संख्या 420 थी जबकि 12,759 संक्रमित थे।