मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ऐसा मामला बिहार में ही नहीं बल्कि देश के अन्य हिस्सों में भी देखने को मिले हैं। पिछले दिनों कर्नाटक में मस्जिद में नमाज पढ़ रहे लोगों को लोगों को पुलिस ने बाहर निकाला। वहीं उत्तर प्रदेश में भी कई मस्जिदों में नमाज के नाम पर लोग एकत्रित हो गए हैं और लॉकडाउन की जमकर धज्जियां उड़ा रहे हैं।
पटना। देशभर में कोरोना संकट के कारण लॉकडाउन चल रहा है। लेकिन कुछ लोग धर्म के नाम पर लॉकडाउन को तोड़ने में पीछे नहीं हैं। ऐसा ही बिहार के पटना में हुआ जहां पुलिस ने लॉकडाउन के दौरान मस्जिद में नमाज पढ़ रहे लोगों को रोका तो मस्जिद से पुलिसकर्मियों पर ईटे और पत्थर बरसने लगे। जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए और जिनका इलाज अस्तपाल में चल रहा है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ऐसा मामला बिहार में ही नहीं बल्कि देश के अन्य हिस्सों में भी देखने को मिले हैं। पिछले दिनों कर्नाटक में मस्जिद में नमाज पढ़ रहे लोगों को लोगों को पुलिस ने बाहर निकाला। वहीं उत्तर प्रदेश में भी कई मस्जिदों में नमाज के नाम पर लोग एकत्रित हो गए हैं और लॉकडाउन की जमकर धज्जियां उड़ा रहे हैं। धर्म की आड़ में असामाजिक तत्व पुलिस पर हमला कर रहे हैं और कुछ लोग इसे जायज बता रहे हैं। वहीं अब ऐसा ही एक मामला बिहार के दरभंगा में देखने को मिल रहा है।
जहां पर लॉकडाउन के दौरान मस्जिद में नमाज के लिए मुस्लिम वर्ग के लोग एकत्रित हुए। लेकिन जब पुलिस ने लोगों को समझाया कि लॉकडाउन चल रहा है और एक जगह पर एकत्रित होने से कोरोना का खतरा है। लिहाजा नमाज घरों पर पढ़ें। लेकिन लोग एकाएक एकत्रित हो गए और पुलिस पर हमला बोल दिया। नमाजियों ने पुलिस की टीम पर जमकर ईंट और पत्थर बरसाए जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।
इसके बाद कई अन्य थानों की पुलिस को बुलाया गया और हालत को काबू में किया गया। ये घटना बिहार के औरंगाबाद जिले के अकौनी और पूर्वी चंपारण के जागापाकड़ गांव की है। जानकारी के मुताबिक पहले ही बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय कह चुके हैं कि पुलिसकर्मियों पर हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।