भाजपा मुख्यालय से निकलेगी पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण जेटली की अंतिम यात्रा, निगम बोध घाट पर होगा अंतिम संस्कार

By Team MyNation  |  First Published Aug 25, 2019, 8:05 AM IST

पूर्व वित मंत्री अरुण जेटली का आज निगम बोध घाट पर होगा अंतिम संस्कार दो बजेल होगा। इससे पहले आज दस बजे उनके पार्थिक शरीर भाजपा मुख्यालय में रखा जाएगा जहां भाजपा कार्यकर्ता और जनता उसके दर्शन कर सकेगी और श्रद्धांजलि अर्पित कर करेगी। इसके बाद उनकी अंतिम यात्रा भाजपा मुख्यालय से निगम बोध घाट तक जाएगी और जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। 

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता और केन्द्रीय मंत्री अरूण जेटली की अंतिम यात्रा दीनदयाल मार्ग स्थित मुख्यालय से निकलेगी। आज भाजपा मुख्यालय में उनका पार्थिक शरीर जनता के दर्शन के लिए रखा जाएगा और फिर वहां से उनकी अंतिम यात्रा निगम बोध घाट के लिए निकलेगी।

पूर्व वित मंत्री अरुण जेटली का आज निगम बोध घाट पर होगा अंतिम संस्कार दो बजेल होगा। इससे पहले आज दस बजे उनके पार्थिक शरीर भाजपा मुख्यालय में रखा जाएगा जहां भाजपा कार्यकर्ता और जनता उसके दर्शन कर सकेगी और श्रद्धांजलि अर्पित कर करेगी। इसके बाद उनकी अंतिम यात्रा भाजपा मुख्यालय से निगम बोध घाट तक जाएगी और जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

इस यात्रा में भाजपा के सभी दिग्गज नेता शामिल होंगे। हालांकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसमें शामिल नहीं हो सकेंगे क्योंकि वह अभी बहरीन की यात्रा पर हैं और आज शाम को जी-7 की बैठक में हिस्सा लेने के लिए फ्रांस जाएंगे। हालांकि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह समेत सभी दिग्गज नेता शामिल होंगे।

गौरतलब है कि भाजपा के दिग्गज ने अरूण जेटली का कल लंबी बीमारी के बाद दिल्ले के एम्स में निधन हो गया था। वह कैंसर की बीमारी से पीड़ित थे। आज सुबह उनके घर से उनका पार्थिक शरीर भाजपा कार्यालय में रखा जाएगा।

अरूण जेटली के निधन के बाद पार्थिव शरीर को दिल्ली के कैलाश कॉलोनी स्थित उनके आवास पर ले जाया गया था। जहां राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद एवं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत विभिन्न राजनैतिक दलों के नेताओं ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए।

अरूण जेटली को भाजपा का चाणक्य और सरकार का संकटमोचक माना जाता था। खासतौर पर संसदीय राजनीति में। चाहे अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार हो या फिर पीएम नरेन्द्र मोदी की। दोनों सरकारों में कई बार अरूण जेटली ने सरकार को मुसीबत से बाहर निकाला।

वह पिछले साल से बीमार चल रहे थे और उनका इलाज अमेरिका में भी चला।  उन्हें सांस लेने में तकलीफ और बेचैनी के चलते 9 अगस्त से ही अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती कराया गया है जहां 66 वर्षीय जेटली ने शनिवार दोपहर बाद 12:07 बजे अंतिम सांस ली। 

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