शिवसेना राज्य में कांग्रेस के साथ नई दोस्ती को लेकर काफी उत्साहित है और इस दोस्ती को अन्य राज्यों में भी बढ़ाना चाहती है। जबकि कांग्रेस इस नई दोस्ती को लेकर सधे कदम चल रही है। लिहाजा उसने गोवा को लेकर कुछ ज्यादा उत्साह नहीं दिखाया है।
मुंबई। महाराष्ट्र में शिवसेना की अगुवाई में आज कांग्रेस और एनसीपी की सरकार सदन में अपना बहुमत सिद्ध करेगी। लेकिन इससे पहले शिवसेना को उसकी सहयोगी कांग्रेस ने बड़ा झटका दिया है। असल में राज्य में सरकार बनने के बाद शिवसेना का उत्साह चरम पर है। लिहाजा शिवसेना संजय राउत ने गोवा में भी भाजपा को झटका देने की बात कही तो कांग्रेस ने उनके बयान से किनारा करते हुए कहा कि वह गोवा में विपक्ष में ही बैठेगी।
शिवसेना राज्य में कांग्रेस के साथ नई दोस्ती को लेकर काफी उत्साहित है और इस दोस्ती को अन्य राज्यों में भी बढ़ाना चाहती है। जबकि कांग्रेस इस नई दोस्ती को लेकर सधे कदम चल रही है। लिहाजा उसने गोवा को लेकर कुछ ज्यादा उत्साह नहीं दिखाया है। राज्य में शिवसेना नेता अब भाजपा को अपना सबसे बड़ा दुश्मन मान रहे हैं। लिहाजा कांग्रेस को खुश करने के लिए तरह के बयान दे रहे हैं। ताकि कांग्रेस से राज्य में नई दोस्ती और ज्यादा मजबूत हो सके।
इसी सिलसिले में शिवसेना के प्रवक्ता और सांसद संजय राउत ने कहा कि अब शिवसेना कांग्रेस के साथ गोवा में चमत्कार करेगी। असल में गोवा में पिछले दिनों कांग्रेस के कई विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा देकर भाजपा की सदस्यता ले ली थी। जिसके बाद राज्य की प्रमोद सांमत सरकार और ज्यादा मजबूत गई थी। जबकि पहले राज्य में कांग्रेस के ज्यादा विधायक होने के बाद भी वह सरकार नहीं बना पाई थी। हालांकि मौजूदा समय में राज्य की भाजपा सरकार के पास पूर्ण बहुमत है।
उधर कांग्रेस ने शिवसेना के इस बयान से किनारा करते हुए सधा बयान दिया है। कांग्रेस ने साफ किया है कि वह गोवा में विपक्ष में ही बैठेगी। शिवसेना प्रवक्ता के बयान के बाद गोवा कांग्रेस के अध्यक्ष गिरीश चोडनकर ने कहा कि उनकी पार्टी सरकार गिराने के लिए सत्तारूढ़ पार्टी के विधायकों की खरीद-फरोख्त नहीं करेगी और इसके बजाय वह विपक्ष में बैठने को तरजीह देगी।