भारत और चीन के सैनिक एक-दूसरे को आमने-सामने देख सकते हैं। क्योंकि चीन ने सीमा पर अपने सैनिकों का जमावड़ा कर लिया है और वह सैनिकों को विभिन्न तरीके की ट्रेनिंग भी दे रहा है। हालांकि इसे चीन का माइंड गेम बताया जा रहा है। ताकि वह भारत पर मनोवैज्ञानिक दबाव बना सके। माना जा रहा है कि भारत और चीन के बीच डोकलाम विवाद के बाद चीन ने फिर इस तरह का फैसला लिया है।
नई दिल्ली। चीन भारत पर एक बार फिर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने के लिए सीमा पर सैनिकों की ट्रेनिंग करा रहा है। यहां पर चीनी सैनिक मार्शल आर्ट से लेकर ग्रेनेड फेंकने की ट्रेनिंग ले रहे हैं। फिलहाल भारत सरकार की सीमा पर नजर है। ताकि ड्रैगन को कोई हरकत न करे।
भारत और चीन के सैनिक एक-दूसरे को आमने-सामने देख सकते हैं। क्योंकि चीन ने सीमा पर अपने सैनिकों का जमावड़ा कर लिया है और वह सैनिकों को विभिन्न तरीके की ट्रेनिंग भी दे रहा है। हालांकि इसे चीन का माइंड गेम बताया जा रहा है। ताकि वह भारत पर मनोवैज्ञानिक दबाव बना सके। माना जा रहा है कि भारत और चीन के बीच डोकलाम विवाद के बाद चीन ने फिर इस तरह का फैसला लिया है। हालांकि डोकलाम में उसे मुंह की खानी पड़ी थी। लेकिन ड्रैगन ने एक बार फिर सीमा पर ट्रेनिंग शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक चीन ने 2018 में सिर्फ ईस्टर्न सेक्टर सैनिकों की ट्रेनिंग कराई थी वहीं इस साल सीमा पर भी उसनें अपने सैनिकों को ट्रेनिंग दी थी। यही नहीं अब चीन सीमा पर अपने सैनिकों को न केवल मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग दे रहा है बल्कि उन्हें फायरिंग के साथ ही ग्रेनेड फेंकने तक की ट्रेनिंग दी जा रही है। गौरतलब है कि डोकलाम विवाद के बाद चीन को भारत की ताकत का एहसास हो गया था। लिहाजा अकसर इस तरह की हरकत करता रहता है।
ताकि भारत को उसकी ताकत का एहसास हो। पिछले दिनों ही चेन्नई में चीनी राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मुलाकात हुई थी। जिसमें दोनों देशों के रिश्ते बेहतर बनाने की सहमति बनी। लेकिन चीन अकसर अपने वादे से मुकर जाता है। वहीं कश्मीर के मुद्दे पर चीन ने पाकिस्तान का साथ दिया है। जबकि लद्दाख को लेकर वह विरोध जताता रहा है। हालांकि पिछले दिनों पाक पीएम इमरान खान के दौरे के दौरान चीन ने कश्मीर के मुद्दे को बातचीत से सुलझाने की नसीहत पाकिस्तान को दी थी।