राज्यसभा चुनाव में हालांकि भाजपा ने दो सीटों पर जीत दर्ज की। लेकिन कांग्रेसी खेमे में एक अतिरिक्त जाने के बाद भाजपा डरी हुई है। हालांकि भाजपा कांग्रेस को पटखनी देना चाहती थी। लेकिन कांग्रेस ने भी भाजपा खेमे में सेंध लगा दी।
भोपाल। राज्यसभा चुनाव के मतदान के दौरान क्रॉस वोटिंग और वोट रद होने के मामले में फिलहाल भाजपा विधायकों के खिलाफ कार्यवाही करने मूड में नहीं है। क्योंकि भाजपा को उपचुनावों की चिंता है। लिहाजा चुनाव के मद्देनजर भाजपा इन विधायकों के खिलाफ किसी भी तरह की कार्यवाही नहीं करना चाहती है। क्योंकि इसका असर राज्य में विधानसभा की 24 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में पड़ सकता है।
राज्यसभा चुनाव में हालांकि भाजपा ने दो सीटों पर जीत दर्ज की। लेकिन कांग्रेसी खेमे में एक अतिरिक्त जाने के बाद भाजपा डरी हुई है। हालांकि भाजपा कांग्रेस को पटखनी देना चाहती थी। लेकिन कांग्रेस ने भी भाजपा खेमे में सेंध लगा दी। लेकिन अब भाजपा उन विधायकों के खिलाफ कार्यवाही नहीं करने के पक्ष में जिन्होंने भाजपा को असहज की स्थिति में ला दिया। भाजपा के लाख प्रयास के बाद भी भाजपा विधायक गोपीलाल जाटव ने क्रॉस वोटिंग कर दी और जबकि एक एक भाजपा विधायक का वोट निरस्त हो गया। पार्टी में इस बात की चर्चा है कि ये वोट भाजपा विधायक जुगल किशोर बागड़ी का है। ये दोनों ही विधायक अनुसूचित जाति वर्ग के हैं और पार्टी इनके खिलाफ कार्यवाही कर इस वर्ग की नाराजगी उपचुनाव में मोल नहीं लेना चाहती है।
असल में राज्य में अजा-जजा अत्याचार निरोधक कानून संशोधन के विरोध में जो आंदोलन राज्य में हुए थे वह सबसे ज्यादा ग्वालियर-चंबल संभाग में ही हुए थे। इसका खामियाज पार्टी को पिछले विधानसभा चुनाव में उठाना पड़ा था। लिहाजा पार्टी फूंक फूंक के कदम रख रही है। भाजपा का यहां सूपड़ा साफ हो गया था और वह राज्य की सत्ता से बेदखल हो गई थी। लिहाजा पार्टी फिलहाल इन विधायकों के खिलाफ किसी भी तरह की कार्यवाही के पक्ष में नहीं है। जानकारी के मुताबिक राज्य की 24 सीटों में से, जहां जल्द ही उपचुनाव होने हैं वहां नौ सीटें हैं। यहां अंबाह, अशोक नगर, करैरा, गोहद, डबरा, भांडेर, सांची, सांवेर एवं आगर-मालवा सीटें अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित हैं।