सिंधिया को कमलनाथ का विरोधी माना जाता है। सिंधिया इससे पहले भी राज्य की कमलनाथ सरकार को चुनाव से पहले किए गए वादों को पूरा करने के लिए कह चुके हैं। लेकिन राज्य के मुख्यमंत्री कमलनाथ से छत्तीस का आंकड़ा होने के कारण राज्य सरकार उनकी चेतावनी को तवज्जो नहीं देती है। लेकिन अब दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन के बाद सिंधिया की इस चेतावनी को काफी अहम माना जा रहा है।
भोपाल। कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार को चेतावनी दी है कि वह राज्य में जल्द ही चुनाव घोषणापत्र लागू करें। उन्होंने राज्य सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उन्होंने इसे लागू नहीं किया तो वह राज्य सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरेंगे।
सिंधिया को कमलनाथ का विरोधी माना जाता है। सिंधिया इससे पहले भी राज्य की कमलनाथ सरकार को चुनाव से पहले किए गए वादों को पूरा करने के लिए कह चुके हैं। लेकिन राज्य के मुख्यमंत्री कमलनाथ से छत्तीस का आंकड़ा होने के कारण राज्य सरकार उनकी चेतावनी को तवज्जो नहीं देती है। लेकिन अब दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन के बाद सिंधिया की इस चेतावनी को काफी अहम माना जा रहा है।
सिंधिया ने कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार है और सरकार को घोषणापत्र लागू करना चाहिए और राज्य सरकार इसे लागू नहीं करती है तो वह सड़कों पर उतरेगें। उन्होंने कहा कि दिल्ली चुनाव में कांग्रेस को मिली हार के बाद सोच बदलने की भी जरूरत है। सिंधिया ने राज्य के अतिथि शिक्षकों को सब्र रखने की सलाह दी है। असल में राज्य की कमलनाथ सरकार ने राज्य के अतिथि शिक्षकों को नियमित करने का वादा किया था। लेकिन राज्य में कमलनाथ सरकार बने एक साल से ज्यादा हो गया है। लेकिन अभी तक इन शिक्षकों को नियमित किया गया है।
हालांकि पिछले दिनों ही सिंधिया की केन्द्रीय नेतृत्व से मुलाकात हुई थी और माना जा रहा था कि पार्टी उन्हें राज्यसभा में भेजने के साथ ही प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बना सकती है। लेकिन अभी तक इस मामले में आलाकमान ने कोई फैसला लिया है। वहीं सिंधिया एक बार फिर राज्य सरकार के खिलाफ आक्रामक हो रहे हैं। सिंधिया इससे पहले भी कमलनाथ सरकार के खिलाफ किसानों के मुद्दे पर मोर्चा खोल चुके हैं। क्योंकि कमलनाथ सरकार किसानों को कर्ज माफी का लाभ अभी तक नहीं दे सकी है।