महाराष्ट्र पुलिस ने सोलापुर जिले में 100 करोड़ से अधिक कीमत का मेफेड्रोन पकड़ा है। एक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट पर छापे के दौरान ड्रग बरामद हुआ। यह यूनिट चिंचोली MIDC में दो भाई राहुल किसान गवली और अतुल चला रहे थे। दोनों भाई दसवीं कक्षा ड्रापआउट हैं।
मुंबई। महाराष्ट्र पुलिस ने सोलापुर जिले में 100 करोड़ से अधिक कीमत का मेफेड्रोन पकड़ा है। एक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट पर छापे के दौरान ड्रग बरामद हुआ। यह यूनिट चिंचोली MIDC में दो भाई राहुल किसान गवली और अतुल चला रहे थे। दोनों भाई दसवीं कक्षा ड्रापआउट हैं।
गिरफ्तार भाइयों के पास से 5.19 किलोग्राम मेफेड्रोन बरामद
जानकारी के अनुसार, दोनों भाइयों को मुंबई के पश्चिमी उपनगर खार से अरेस्ट किया गया। उसके पास से 10.17 करोड़ रुपये कीमत के 5.09 किलोग्राम मेफेड्रोन बरामद किए गए। मेफेड्रोन एक सिंथेटिक पदार्थ है। जिसे ‘म्याऊ म्याऊ’ या एमडी भी कहा जाता है। यह नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (NDPS) अधिनियम के तहत बैन है।
16 करोड़ की हाई क्वालिटी वाली मेफेड्रोन जब्त
जांच में सामने आया है कि आरोपियों ने सोलापुर जिले के चिंचोली MIDC में तीन लेबोरेट्री बनाई थी। पुलिस ने वहां से 16 करोड़ की हाई क्वालिटी की मेफेड्रोन जब्त की। जब्त किए गए कच्चे ड्रग्स की कीमत 100 करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है। परिसर से प्रतिबंधित पदार्थ बनाने के फॉर्मूले वाली एक डायरी भी बरामद हुई है।
21 हजार वर्ग फुट किराए की जमीन पर थी प्रयोगशाला
दोनों भाइयों ने कुछ वर्षों तक एक रासायनिक कारखाने में काम किया। उसके बाद 21,000 वर्ग फुट क्षेत्र किराए पर ली और प्रयोगशालाएं स्थापित की। वहां पर यूनिट का पिछले सात महीनों से संचालन किया जा रहा था। महीने भर पहले आरोपी ने मुंबई आकर स्थानीय ड्रग तस्करों को मेफेड्रोन की सप्लाई दी थी। अन्य लोगों की पहचान के लिए जांच जारी है।