इजराइल के एक 22 साल के सैनिक ने 7 अक्टूबर को हमास आतंकियों के हमले में फेंके गए 7 हैंड ग्रेनेड से लोगों की जान बचाई थी। हालांकि आठवें हैंड ग्रेनेड से बच नहीं सका और उसकी मौत हो गई। सोल्जर की पहचान अनेर एलियाकिम शापिरो के रूप में हुई है।
नई दिल्ली। इजराइल के एक 22 साल के सैनिक ने 7 अक्टूबर को हमास आतंकियों के हमले में फेंके गए 7 हैंड ग्रेनेड से लोगों की जान बचाई थी। हालांकि आठवें हैंड ग्रेनेड से बच नहीं सका और उसकी मौत हो गई। सोल्जर की पहचान अनेर एलियाकिम शापिरो के रूप में हुई है। वह किबुत्ज़ रीम के पास सुपरनोवा संगीत समारोह में शमिल था। उसी दौरान हमास आतंकियों ने सार्वजनिक शेल्टर में मौजूद लोगों को मारने के लिए हथगोले फेंके थे।
शेल्टर के अंदर आतंकी फेंक रहे थे ग्रेनेड
हमास आतंकियों के हमले में जीवित बचे अगम ने फेसबुक पोस्ट में इस वाकये का जिक्र करते हुए सोल्जर की बहादुरी से दुनिया को परिचित कराया है। अगम ने लिखा है कि अनेर शापिरो... ने हमारी जान बचाई। वह हमारी रक्षा करने वाला देवदूत है और सम्मान का हकदार है। हमास आतंकियों के ग्रेनेड हमले के दौरान अगम भी घायल हो गई थी। जब हमास का हमला हुआ तो वह भी अन्य लोगों के साथ एक बिना दरवाजे वाले शेल्टर के अंदर थी। जिसके अंदर आतंकी ग्रेनेड फेंक रहे थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ऑफ ड्यूटी सैनिक शाप्रियो ने आतंकियों के फेंके गए ग्रेनेड को रोकने का फैसला लिया। दूसरों को बचाया जा सके। इसलिए मौजूद लोगों को मदद करने के लिए एकजुट किया। अगम ने फेसबुक पर लिखा है कि वह सम्मान पदक का हकदार है।
ग्रेनेड के हमलों से लोगों को बचाया
यरूशलेम के अर्नोन के मूल निवासी शैप्रियो ने शेल्टर के अंदर जान बचाने के लिए शरण लेने वाले लोगों की रक्षा की। निहत्थे 7 ग्रेनेड से लोगों का बचाव किया। पर जब 8वां ग्रेनेड फेंका गया तो उससे वह घायल हो गए। उनकी वजह से उस शेल्टर होम में शरण लिए कुल 7 लोग बचने में सफल रहें। अनेर शापिरो के परदादा हैम मोशे शापिरो इजरायल के विधायक और मंत्री भी रहें। जब इजरायल की स्वतंत्रता का ऐलान हुआ था। उस घोषणा के हस्ताक्षरकर्ता थे। हैम मोशे शापिरो भी एक ग्रेनेड हमले में बुरी तरह घायल हुए थे।
Last Updated Oct 19, 2023, 11:46 AM IST